Saturday, 22 July 2017

बिहार मे भाजपा “खिसयानी बिल्ली खम्बा नोचे” वाली स्थिती मे आ चुकी है

पिछले तीन वर्षो के शासनकाल मे भाजपा ने जितनी खिज किसी दूसरे विपक्षी पार्टीयों के उपर न उतारी होगी उससे कहीं ज्यादा गुस्सा भाजपा ने श्री लालू प्रसाद यादव, उनके पुत्र तेजस्वी यादव और मिसा भारती के खिलाफ तमाम छापो के जरीये उतारा I

हालांकि इन तमाम छापो के पिछे भाजपा का एक सुत्रीय कार्यक्रम यह रहा कि किसी भी हाल मे बिहार की महा गठबंधन के गांठ को खोल के रक्ख दिया जाये पर देश के प्रधान सेवक और उनके दाहिना हाथ समय के काल चक्र के सहारे अपने को देश की राजनीति मे धुरंधर समझते हो पर सत्य यह भी है कि श्री नीतीश कुमार बिहार के राजनीती मे दूध मुहां नेता नही है जिसे बाहरी प्रदेश के नेता अपनी चाल से मात दे सके I

भले ही भजपा ने अपने गोदी मीडिया के सहारे तेजस्वी यादव के त्याग पत्र को लेकर नीतीश कुमार पर ईमोसंल अत्याचार और ब्लैक मेल करने की मनचाही कोशिश की पर ढोल के तीन पात तब देखने को मिला जब श्री कुमार ने तेजस्वी यादव के बातो मे अपनी सहमती जोड दी, हालांकि इस विषय पर मोदी एण्ड कम्पनी को मूह की खानी पडी I

हिन्दी मे एक पुरानी कहावत है कि “खिसयानी बिल्ली खम्भा नोचे” और लगभग वही हाल बीजेपी का है, यदि हम हिन्दी दैनिक अमर उजाला मे छपे खबरो को माने तो भारत पैट्रोलियम कॅरपोरेशन ने तेज प्रताप को आवंटित पेट्रोल पंप का लाइसेंस इस आशय से रद्द कर दिया कि वे लाइसेंस पाने के लिये गलत जानकारी प्रस्तुत किये थे I

मजे की बात यह है कि भारत पैट्रोलियम कॅरपोरेशन ने अपने से कोई जांच नही की बल्कि उक्त आरोप भाजपा के नेता सुशील मोदी के आरोपो के आधार पर लाइसेंस रद्द किया गया I

भाजपा का “खिसयानी बिल्ली खम्बा नोचे” का दुसरा भाग कल देखने को मिला जब उड्डयन मन्त्रालय ने हवाई अड्डे पर श्री लालू प्रसाद यादव एंव श्रीमति रावडी देवी को वीवीआइपी ट्रीटमेंट देने से मना कर दिया है I यह समझ के परे है कि कब तक भाजपा बिहार के मामले मे एक खिसयानी बिल्ली की  भूमिका अदा करती रहेगी I

https://youtu.be/N7P5lLWFpVI

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