देश वासियों को शायद ही एक ऐसा राष्ट्रपति के चुनाव का अनुभव हुआ होगा जिसमे प्रत्यासी के टैलेंट को छोड कर उस के जाति पर आधारित चुनाव देखने को मिला, ऐसा जातिय ड्रामा का पठकथा श्री नरेन्द्र मोदी जी के कलमो से ही आया I
राष्ट्रपति का चुनाव तो पिछले दिन धुम धाम के साथ समपन्न हो गया है और ट्वीटर मे प्रधान मन्त्री के अलावा शासक दले के बडे नेताओ के वोट डालते हुए गोदी मीडिया के अनुकम्पा से देखने को मिला पर विचारणिय बात यह कि राष्ट्रपति चुनाव मे दलित प्रत्यासीयों के डंके तो खुब बजे पर क्या दलित प्रत्यासी के जीतने पर आम दलित समाज का उत्थान का मार्ग प्रसस्थ होगा क्या या उनके समाज के लोगो को उच्च जातियों द्वरा दबाया और कुचला जायेगा I
यह तो पक्का है कि जिस ढंग से भाजपा ने कुछ मानसिक रुप से क्मजोर विपक्षी पार्टीयों को अपने सर्मथन मे लाने मे कामयाब हुए उससे तो पुरे राष्ट्रपति चुनाव को पाक साफ कहना जरा मुसकिल सा लग रहा है उसका कारण यह भी है कि एनडीए के घटक दल न होने के बावजूद मोदी सरकार से गलबहियां करने कि पिछे के डील या समझौता को नजर अन्दाज नही किया जा सकता है I
उपरोक्त बातों को ध्यान मे रख कर इतना तो कहा जा सकता है कि श्री रामनाथ कोविन्द का जीतना पक्का है, आर.एस.एस के लिये अच्छी बात यह है कि राष्ट्रपति से लेकर प्रधान मन्त्री और उनके मन्त्री मण्डल के सभी के सब अब भगवा धारी हो गये है I आर.एस.एस के लिये इससे अच्छा सुनहरा मौका क्या हो सकता है कि देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिये जोरदार पहल करे I
इतना तो कहा जा सकता है कि अगर आर.एस.एस हिन्दू राष्ट्र की योजना को मोदी जी के गोदी मीडिया के द्वरा प्रचार और प्रसार करने मे कामयाब हो जाती है तो भाजपा को गुजरात के विधान सभा के चुनाव मे हारने से बचया जा सकता है I
वैसे तो भाजपा के पास हिन्दू-मुस्लिम पोलाराइजेशन के पुराने हतकण्डे है जिसमे भाजपा शासित किसी राज्य मे साम्प्रदायिक दंगे करवाने के लिये पैसे खर्च करने पडेंगे और इसी कडी मे गौ रक्षकों के पावन काम को नकारा नही जा सकता है और साथ मे श्री अमित शाह के उस बयान को भी जोडा जाना चाहिये जिसमे उन्होने अमरनाथ यात्री के श्रद्धालुओं के मौत को गुजरात के साथ जोड के देखने की कोशिश की I
https://twitter.com/SanjayAzadSln/status/887201577789931520
राष्ट्रपति का चुनाव तो पिछले दिन धुम धाम के साथ समपन्न हो गया है और ट्वीटर मे प्रधान मन्त्री के अलावा शासक दले के बडे नेताओ के वोट डालते हुए गोदी मीडिया के अनुकम्पा से देखने को मिला पर विचारणिय बात यह कि राष्ट्रपति चुनाव मे दलित प्रत्यासीयों के डंके तो खुब बजे पर क्या दलित प्रत्यासी के जीतने पर आम दलित समाज का उत्थान का मार्ग प्रसस्थ होगा क्या या उनके समाज के लोगो को उच्च जातियों द्वरा दबाया और कुचला जायेगा I
यह तो पक्का है कि जिस ढंग से भाजपा ने कुछ मानसिक रुप से क्मजोर विपक्षी पार्टीयों को अपने सर्मथन मे लाने मे कामयाब हुए उससे तो पुरे राष्ट्रपति चुनाव को पाक साफ कहना जरा मुसकिल सा लग रहा है उसका कारण यह भी है कि एनडीए के घटक दल न होने के बावजूद मोदी सरकार से गलबहियां करने कि पिछे के डील या समझौता को नजर अन्दाज नही किया जा सकता है I
उपरोक्त बातों को ध्यान मे रख कर इतना तो कहा जा सकता है कि श्री रामनाथ कोविन्द का जीतना पक्का है, आर.एस.एस के लिये अच्छी बात यह है कि राष्ट्रपति से लेकर प्रधान मन्त्री और उनके मन्त्री मण्डल के सभी के सब अब भगवा धारी हो गये है I आर.एस.एस के लिये इससे अच्छा सुनहरा मौका क्या हो सकता है कि देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिये जोरदार पहल करे I
इतना तो कहा जा सकता है कि अगर आर.एस.एस हिन्दू राष्ट्र की योजना को मोदी जी के गोदी मीडिया के द्वरा प्रचार और प्रसार करने मे कामयाब हो जाती है तो भाजपा को गुजरात के विधान सभा के चुनाव मे हारने से बचया जा सकता है I
वैसे तो भाजपा के पास हिन्दू-मुस्लिम पोलाराइजेशन के पुराने हतकण्डे है जिसमे भाजपा शासित किसी राज्य मे साम्प्रदायिक दंगे करवाने के लिये पैसे खर्च करने पडेंगे और इसी कडी मे गौ रक्षकों के पावन काम को नकारा नही जा सकता है और साथ मे श्री अमित शाह के उस बयान को भी जोडा जाना चाहिये जिसमे उन्होने अमरनाथ यात्री के श्रद्धालुओं के मौत को गुजरात के साथ जोड के देखने की कोशिश की I
https://twitter.com/SanjayAzadSln/status/887201577789931520
No comments:
Post a Comment