Saturday, 29 July 2017

नीतीश कुमार और भाजपा का प्रेम कथा 2019 के लोक सभा चुनाव तक सिमित

अगर तेजस्वी यादव के तथाकथित भ्रष्टाचार के साथ पनामा पेपर लीक मे फंसे 500 विशिष्ठ भारतीय नागरिको की तुलना की जाये तो प्रधान सेवक का देश मे भ्रष्टाचार के प्रति गम्भीरता की कलाई खुल जाती है I

भ्रष्टाचार विरोधी सुशासन बाबू तो देश के प्रधान सेवक से यह तो पुछ ही सकते है कि पनामा पेपर लीक मे फंसे लोगो का तारणहार कौन है I उल्लेखनिय है कि इसी पनामा पेपर लीक के मामले मे पाकिस्थान के उच्चतम न्यालय ने पाकिस्थान के प्रधान मन्त्री नवाज शरीफ की कुर्सी ही छिन ली I

हम बात कर रहे थे चट मंगनी और पट व्याह की, यह खेद का विषय है कि नीतीश कुमार जैसे राजनीति के पुराने धुरंधर क्यों नही समझ पाये कि मोदी जी के शरीर मे हिटलर की आत्मा प्रवेश कर चुकी है और इसी कारण भाजपा छल, बल और कपट के जरीये विपक्ष मुक्त रणनीती बनाने मे लगी हुई है I

इसमे कोई दो राय नही कि भाजपा अगले दो साल मे उनके शासित राज्यों मे होने वाले विधान सभा चुनाव मे कुर्मी वोटो की लिये सुशासन बाबू को बंदर नाच नचाती रहेगी I

इसमे शंका करने  वाली कोई बात नही कि 2019 मे होने वाले लोक सभा चुनाव के पुर्व सिट के बंटवारे को लेकर दोनो पार्टीयों मे एक घमासान होना तय है I

निश्चित रुप से जेडीयू के मुकाबले मे भाजपा केन्द्र मे एक बडी पार्टी होने के नाते सीट के बंटवारे मामले मे अपना दब दबा बना के रक्खना चाहेगी और कहीं नीतीश कुमार इस रस्सा-कसी मे हतियार डाल दिये तो उनका राजनीतिक कैरियर अंधकार मे जाना तय है I

सनद रहे कि पिछली बार महाराष्ट्र के विधान सभा चुनाव के पुर्व भाजपा और शिव सेना मे सीट के बटवारें को लेकर दोनो पार्टेयों मे खुब तना-तनी देखने को मिला और परिणाम स्वरुप दोनो ही पार्टीयां अलग अलग चुनाव लडे और एक दूसरो के उपर खुब किचड उछाला I कहीं भाजपा अपने पुराने इतिहास को बिहार मे दोहरा न दें I

केन्द्र के चुनाव मे खुदा ना खास्ता अगर मोदी जी की वापसी हो गई तो समझ ले भाजपा नीतीश कुमार को दर किनार कर बिहार मे विधान सभा के चुनाव का बिगुल फूंक देगी और साथ मे आरजेडी और जेडीयू के अलग–अलग चुनाव लडने से भाजपा का  सरकार बनना तय है I

http://www.amarujala.com/india-news/two-big-leader-in-bjp-s-list-after-nitish-kumar

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