Tuesday, 29 August 2017
Political Analysis of India: मोदी जी के बहकावे मे आकर देश के प्रख्यात अधिवक्ता ...
Political Analysis of India: मोदी जी के बहकावे मे आकर देश के प्रख्यात अधिवक्ता ...: विगत दिवस मे मेरे द्वरा लिखे गये लेख “ट्रायल कोर्ट के फैसले का राम नाम सत्य तब हो जायेगा जिस दिन ...
मोदी जी के बहकावे मे आकर देश के प्रख्यात अधिवक्ता हरीश साल्वे करेंगे बलत्कार मामले मे फंसे बाबा राम रहीम की पैरवी- सुत्रो से खबर
विगत दिवस मे मेरे द्वरा लिखे गये लेख “ट्रायल कोर्ट के फैसले का राम नाम सत्य तब हो जायेगा जिस दिन बाबा की जमानत हो जायेगी” को शायद बहुतो ने पढा होगा पर हिन्दी दैनिक अमर उजाला मे प्रकाशित खबरो की माने तो बलत्कारी बाबा राम रहीम ने अपने जमानत की तैयारी उसी दिन से शुरु कर चुके है जिस दिन उन्हे सीबीआई के विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था I
यह सभी जानते है कि बलत्कारी बाबा अपने बचाव के लिये संजिवनी के रुप मे पंजाब और हरियाणा के उच्च न्याल को ही देख रहें है और डेरा प्रमुख के पास भले ही अपनी अपील दाखिल करने का दो महिने का समय जरुर है पर वो किसी भी सूरत मे हरियाणा के सुनारीया जेल मे बहुत समय तक सड़ना नही चाहते है I
इन्ही बातो को ध्यान मे रख कर बाबा ने हाई कोर्ट मे दाखिल करने के लिये अपील याचिका का मंसौदा तैयार करली है अगर सुत्रो की माने तो शायद इसी सप्ताह सीबीआई के विशेष अदालत द्वरा पारित किये आदेशो को चुनौती की सुनवाई हो जायेगी I
आपको सुनकर शायद हैरानी हो कि बाबा राम रहीम की Appeal Petition की पैरवी देश के जाने माने सुप्रिम कोर्ट के प्रविण अधिवक्ता और देश के पुर्व Solicitor General श्री हरीश साल्वे करेंगे, उल्लेखनिय है कि जिस दिन सीवीआई कोर्ट ने बाबा को दोषी करार दिया था उसी दिन ही Appeal Petition लिखि जा चुकी थी I
अब इस मामले मे राजनीति समझने की बात यह है कि श्री साल्वे जो की एक राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अधिवक्ता है वे केवल एक बलत्कारी बाबा जिसे न्यालय, मीडिया और देश के संभ्रांत और सभी नागरिक ने थुकने मे कोई कसर नही छोडी है उसके लिय पैरवी करने आयें तो यह बात कुछ हजम नही हो रही है और वो भी उच्च न्यालय मे आकर I
दरअसल बात यह की है कि भाजपा किसी भी रुप मे सीबीआई कोर्ट को मैनेज करने मे असफल रही और जिसके कारण बाबा राम रहीम को जेल जाना पडा और शायद आप लोगो ने सोशल मीडिया मे यह खबर पढ चुके है कि उनकी लडकी कह चुकी है कि हरियाणा चुनाव के पुर्व बाबा के साथ भाजपा के साथ केस को खत्म करने की डील हुई थी I
अब मोदी जी को हरियाणा मे भाजपा की लुटिया डुबने का अभास हो चुका है और इसी आशय से उन्होने श्री साल्वे को बहका कर या हाथ पैर जोड़ कर बलत्कारी बाबा की पैरवी के लिये राजी कर चुके है I
https://www.facebook.com/himusikhistan/videos/300024543805205/
Monday, 28 August 2017
Political Analysis of India: ट्रायल कोर्ट के फैसले का राम नाम सत्य तब हो जायेगा...
Political Analysis of India: ट्रायल कोर्ट के फैसले का राम नाम सत्य तब हो जायेगा...: बाबा राम रहीम के दोहरे बलत्कार वाले मामले मे जिस तरह से सीबीआई कोर्ट ने जोरदार तरीके के साथ अपना फैसला सुनाया एक बार फिर से देश के न...
ट्रायल कोर्ट के फैसले का राम नाम सत्य तब हो जायेगा जिस दिन बाबा की जमानत हो जायेगी
बाबा राम रहीम के दोहरे बलत्कार वाले मामले मे जिस तरह से सीबीआई कोर्ट ने जोरदार तरीके के साथ अपना फैसला सुनाया एक बार फिर से देश के न्यालय पर लोगो की विश्वास बड़ गया है, भले ही इस फैसले से भाजपा के नेताओं और उनके भक्तो को सांप सुंघ गया हो पर उन्हे ऐसा लागने लगा जैसे उनके घर के दामाद या जीजा के खिलाफ सजा सुनवाइ गई हो I
ट्रायल कोर्ट का यह फैसला भले ही एक नजिर के रुप मे आया हो पर हमारे देश के कानून के अनूसार इस फैसले को आखरि फैसला समझा नही जा सकता है, चूंकि सजायाफता मुजरिम एक हाई प्रोफाइल बाबा है और उसकी पकड और धमक मौजूदा भाजपा की केन्द्र और हरियाणा सरकार पर है तो यह भी मान लिया जाना चाहिये कि बाबा राम रहीम का जेल मे प्रवास के दौरान उनकी हर सुख सुविधा की जिम्मेदारी न चाहते हुये दोनो सरकारें करते नजर आयेंगे I
देश के न्यूज चैनेल्स और अन्य मीडिया भले ही इस समय बाबा राम रहीम के खिलाफ ढोल ताशे के साथ भिन्न कहानीयो के साथ जबरदस्त विरोध दर्ज कर रहे हो पर जिस दिन डेरा सच्चा सौदा की तरफ से ज्यादा चिल्ल पौंव करने वाले न्यूज चैनेल्स के आफिस मे बोरा भर कर माल पहुंच जायेगा उस दिन से मीडिया सन्नाटा खिंच लेगी I
जिस दिन इस प्रकार का सन्नाटा मीडिया मे व्यप्त होगा शायद वही अच्छा समय बाबा राम रहीम के लिये होगा कि वे अपना जमानत की अर्जी पंजाब और हरियाणा उच्च न्यालय मे दाखिल कर अपना चुपके से बेल करवा ले और एक बार उनका बेल मंजुर किसी भी उपरी न्यालय से हो जाये तो समझले कि इस ट्रायल कोर्ट के फैसले का राम नाम सत्य हो जायेगा I
यह सोचना बडी बैमानी होगी कि बाबा राम रहीम के जमानत के बाद पंजाब और हरियाणा उच्च न्यालय तीन तलाक के मुकदमे की रोज सुनवाई के तरह नही सुनने वाली है और उक्त न्यालय के पास वैसे भी हजारो पुराने केस पेडिंग पडे हुये है और बाबा राम रहीम वाले मामले का फैसला आते-आते दस-पंद्रह साल मजे से गुजर जायेंगे I
यह मान लिया जाये कि बाबा राम रहीम की कुल कानूनी लडाई केवल जमानत तक सिमित होगी और जब मोदी सरकार और खट्टर सरकार का सिद्द हस्त बाबा के उपर रहेगा तो यह समझ लिया जाये कि बेल को कडा विरोध सरकारी वकील के तरफ नही होगा, क्यों कि भाजपा को बाबा के सहारे दोबारा हरियाणा का चुनाव जीतना जो है I
https://openkhabar.com/bjp-neta-ne-nhi-batya-is-faisle-ko-aetihasik/?utm_source=social&utm_medium=push
Friday, 25 August 2017
क्या बाबा राम रहीम के साथ भाजपा ने विश्वासघात किया ?
कल भाजपा ने दिखा दिया कि चंद वोटो के लिये किसी प्रदेश को कैसे शमसान बनाया जा सकता,देखा जाये तो गुरमीत राम-रहीम के भक्तो ने जो भी ताण्डव हरियाणा मे दिखाये है वो कोई अचानक नही हुआ बल्कि एक सोची समझी रणनीति के तहत कार्य रुप दिया गया I
मेरा मानना यह है इस ताण्डव की रुप रेखा डेरा सच्चा सौदा के मठ मे एक या दो दिन मे नही तैयार के गई होगी,जिस संख्या मे भक्तो का जमवाडा कई दिनो से पंचकुला तथा अन्य जगहों मे देखने को मिला वे इस बात की पुस्टी करती है कि बाबा राम रहीम ने ऐसे ताण्डव की रुप रेखा महिनो पहले से बना चुके थे और यह बात भी निश्चित तौर पर कहने मे कोई संकोच नही होना चाहिये कि भाजपा की खट्टर सरकार इन रुप रेखाओं से भली भांति अवगत रहे होंगे I
भाजपा के बडे नेताओ को हरियाणा के विधान सभा के चुनाव के पूर्व से ही बाबा राम रहीम के उपर चल रहे बलात्कार मुकदमे की हर जानकारी थी और उनको इस मुकदमे का स्टेटस रिपोर्ट भी पता था और भाजपा ने मोदी जी द्वरा केन्द्र मे सरकार के गठन के बाद एक रणनीति बनाई जिसमे हरियाणा के विधान सभा चुनाव के पूर्व बाबा गुरमीत सिंह के उपर बलात्कार के मुकदमे को लेकर मोदी जी का हवाला देते हुए बाबा राम रहीम को विश्वास मे लिया गया होगा ताकि उनके थोक मे उनके भक्तो का वोट मिल सके I
भाजपा अपने इस रणनीति मे सफल भी हुए और साथ मे भारी मतो के साथ सरकार भी बना ली पर बाबा गुरमीत सिंह का क्या हुआ सिवाये स्वच्छ भारत के अभियान को लेकर मोदी जी तथा अन्य हरियाणा के बडे नेताओ के साथ कुछ फोटो खिचवा लिये, बाबा जी इस मुगालते मे रहे होंगे कि जब भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह सीबीआई कोर्ट से हर दिन के लिये मुक्त हो सकते है तो वो क्यो नही हो सकते है I
खैर भाजपा बाबा गुरमीत सिंह के प्रति खुब वफादारी दिखया है भले ही वे कोर्ट को मैनेज करने मे असफल रहे पर उनके भक्तो को पंचकुला मे बडे तादाद मे जमा होने तथा बाद मे भयंकर ताण्डव करने का बडा अवसर प्रदान किया और बोनस के रुप मे एक बलात्कारी बाबा को कोर्ट के फैसला आने के बाद हेलिकाप्टर के जरिये टेम्पोरेरी जेल मे पंहुचाने मे सफल रहे I
हरियाणा मे हुए तीन बडे घटनाओ के बाद मुख्य मन्त्री श्री मनोहर लाल खट्टर के पद मे बने रहने पर श्री राजनाथ सिंह की वो बात ताजा हो जाती है जिसमे उन्होने कहा था कि भाजपा मे इस्तीफे की कोई कोई परम्परा है नही चाहे नेता दोषी क्यो न हो I
http://www.jansatta.com/rajya/haryana/gurmeet-ram-rahim-singh-convicted-in-morgue-dead-bodies-their-phones-ringing-through-night/413409/?utm_source=izooto&utm_medium=push_notification&utm_campaign=browser_push&utm_content=&utm_term=
https://www.facebook.com/NDTVIndia/videos/10156727399682715/
मेरा मानना यह है इस ताण्डव की रुप रेखा डेरा सच्चा सौदा के मठ मे एक या दो दिन मे नही तैयार के गई होगी,जिस संख्या मे भक्तो का जमवाडा कई दिनो से पंचकुला तथा अन्य जगहों मे देखने को मिला वे इस बात की पुस्टी करती है कि बाबा राम रहीम ने ऐसे ताण्डव की रुप रेखा महिनो पहले से बना चुके थे और यह बात भी निश्चित तौर पर कहने मे कोई संकोच नही होना चाहिये कि भाजपा की खट्टर सरकार इन रुप रेखाओं से भली भांति अवगत रहे होंगे I
भाजपा के बडे नेताओ को हरियाणा के विधान सभा के चुनाव के पूर्व से ही बाबा राम रहीम के उपर चल रहे बलात्कार मुकदमे की हर जानकारी थी और उनको इस मुकदमे का स्टेटस रिपोर्ट भी पता था और भाजपा ने मोदी जी द्वरा केन्द्र मे सरकार के गठन के बाद एक रणनीति बनाई जिसमे हरियाणा के विधान सभा चुनाव के पूर्व बाबा गुरमीत सिंह के उपर बलात्कार के मुकदमे को लेकर मोदी जी का हवाला देते हुए बाबा राम रहीम को विश्वास मे लिया गया होगा ताकि उनके थोक मे उनके भक्तो का वोट मिल सके I
भाजपा अपने इस रणनीति मे सफल भी हुए और साथ मे भारी मतो के साथ सरकार भी बना ली पर बाबा गुरमीत सिंह का क्या हुआ सिवाये स्वच्छ भारत के अभियान को लेकर मोदी जी तथा अन्य हरियाणा के बडे नेताओ के साथ कुछ फोटो खिचवा लिये, बाबा जी इस मुगालते मे रहे होंगे कि जब भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह सीबीआई कोर्ट से हर दिन के लिये मुक्त हो सकते है तो वो क्यो नही हो सकते है I
खैर भाजपा बाबा गुरमीत सिंह के प्रति खुब वफादारी दिखया है भले ही वे कोर्ट को मैनेज करने मे असफल रहे पर उनके भक्तो को पंचकुला मे बडे तादाद मे जमा होने तथा बाद मे भयंकर ताण्डव करने का बडा अवसर प्रदान किया और बोनस के रुप मे एक बलात्कारी बाबा को कोर्ट के फैसला आने के बाद हेलिकाप्टर के जरिये टेम्पोरेरी जेल मे पंहुचाने मे सफल रहे I
हरियाणा मे हुए तीन बडे घटनाओ के बाद मुख्य मन्त्री श्री मनोहर लाल खट्टर के पद मे बने रहने पर श्री राजनाथ सिंह की वो बात ताजा हो जाती है जिसमे उन्होने कहा था कि भाजपा मे इस्तीफे की कोई कोई परम्परा है नही चाहे नेता दोषी क्यो न हो I
http://www.jansatta.com/rajya/haryana/gurmeet-ram-rahim-singh-convicted-in-morgue-dead-bodies-their-phones-ringing-through-night/413409/?utm_source=izooto&utm_medium=push_notification&utm_campaign=browser_push&utm_content=&utm_term=
https://www.facebook.com/NDTVIndia/videos/10156727399682715/
Wednesday, 23 August 2017
Political Analysis of India: मोदी जी तीन तलाक की आड़ मे शरियत कानून को खत्म करन...
Political Analysis of India: मोदी जी तीन तलाक की आड़ मे शरियत कानून को खत्म करन...: मोदी जी के प्रधान मन्त्री बनने के बाद और खास कर अमित शाह द्वरा भाजपा के अध्यक्ष पद सम्भालने के बाद भाजपा मे हर मामले मे राजनीति पेलने का ...
मोदी जी तीन तलाक की आड़ मे शरियत कानून को खत्म करना चाह रहे थे जिसे उच्चतम न्यालय ने होने नही दिया
मोदी जी के प्रधान मन्त्री बनने के बाद और खास कर अमित शाह द्वरा भाजपा के अध्यक्ष पद सम्भालने के बाद भाजपा मे हर मामले मे राजनीति पेलने का रोग लग चुका है, अभी तक राजनीति पेलम-पेलम वाला रोग एम.एल.ए के खरिद फरोक्त, ईवीएम मे हेरा-फेरी, दूसरे पार्टीयों के नेताओ को सीबीआई का भय दिखाकर अपने पार्टी मे जोडना, किसी प्रदेश मे एक गठ बंधन सरकार को हैकिंग के जरिये जबरियन सरकार मे घुसपैठ आदि देखा गया है I
भाजपा का पेलम-पेल वाली राजनीति तीन तलाक वाले मामले मे खुब देखने को मिला जब वे Uniform Civil Code को इस तलाक वाले मुद्दे से जोड कर देखना चालू किया था और इस कारण मोदी जी ने मुस्लिम महिलाओ के प्रति खुब घडियाली आसूंओ की बरसात लगा दिया था I
मोदी जी के पेलम–पेल राजनीति का पर्दाफास उच्चतम न्यालय मे तब हुआ जब मोदी सरकार ने अपने हलफनामे मे न्यालय को तलाक के हर विधी को समाप्त करने की बात कही, मोदी जी का मंसा तीन तलाक के आढ मे शरियत कानून को खत्म करने की रही अगर वे इसमे कामयाब हो जाते तो Uniform Civil Code को थोपने का रास्ता साफ हो जाता I
उच्चतम न्यालय शायद मोदी जी के बगुला भगत वाली ऐटिटीयूड़ को भांप चुके थे और इसी कारण न्यालय ने शरियत कानून को ध्यान मे रखते हुए तीन तलाक को पूर्णता समाप्त नही किया बल्कि दोष पूर्ण तलाक-ए-विद्दत(Instant Talak) पर छह माह तक प्रतिबध लगा दिया I
भली ही मोदी जी और भाजपा न्यालय द्वरा पारित किये गये Instant Talak के रोक को ऐतिहासिक बताते फिर रहे है पर हकिकत मे मोदी जी के साथ पुरे दम से के.एल.पी.डी हो चुका है, जिसे मोदी जी भी समझ रहे है I
Times of India मे छपी खबर के अनूसार मोदी सरकार कोई भी कानून तलाक को खत्म करने के लिये नही लाने वाली है, पुरी जानकारी के लिये निचे दिये गये लिंक खबर को जरुर पढें I
https://www.facebook.com/RajaGurjotSinghppcc/videos/1675912762432486/
Tuesday, 22 August 2017
Political Analysis of India: उच्चतम न्यालय ने तलाक-ए-विद्दत पर रोक लगा कर शरियत...
Political Analysis of India: उच्चतम न्यालय ने तलाक-ए-विद्दत पर रोक लगा कर शरियत...: भले ही तीन तलाक के मुद्दे पर देश के सभी चैनेल्स मे कल दिन भर उच्चतम न्यलाय के आदेश और निर्णय पर घन घोर चर्चा होती रही पर उच्चतम न्यलय ने बड...
उच्चतम न्यालय ने तलाक-ए-विद्दत पर रोक लगा कर शरियत कानून का मान बढाया है और साथ मे मोदी सरकार के मूंह पर तमाचा
भले ही तीन तलाक के मुद्दे पर देश के सभी चैनेल्स मे कल दिन भर उच्चतम न्यलाय के आदेश और निर्णय पर घन घोर चर्चा होती रही पर उच्चतम न्यलय ने बडे ही ईमानदारी के साथ तीन तलाक के मुद्दो को केन्द्र सरकार के पाले मे डाल दिया है, क्यों कि न्यालय जानती है कि कानून बनाना उनके अधिकार मे नही है I
देश के उच्चतम न्यालय ने इस मामले को लेकर बहुत ही माथा पच्ची किया होगा और साथ मे न्यालय ने शरियत कानून को भी खुब आदर और सम्मान दिया और मोदी सरकार के उन बातो को खारिज किया जिसमे सरकार ने तलाक के अन्य पहेलुओ को खत्म करने के लिये न्यालय के समक्ष अपनी बात रक्खे थे I
देखने और समझने की बात यह है कि न्यालय ने कुरान मे दिये गये तलाक के अन्य पहेलुओं जैसे तलाक-ए-अहशान और तलाक-ए-हसन पर कोई कमेन्ट ही नही किया बल्कि एक बार मे कहे गये तलाक,-ए-विद्द्त (Instant triple Talak) पर ही अगले छह माह तक रोक लगा दी है I
यह बात ध्यान रखने की है कि सुप्रीम कोर्ट ने तलाक के मूल सिद्दांतों को खत्म नही किया है और अगले छह माह तक तलाक के दूसरे फारमेट का भी प्रोयग बंद हो जायेगा ऐसा सोचना भी गलत है और कुछ सिर फिरे मुस्लिम पुरुष अपने रुतवा को बनाये रखने के लिये इधर उधर हाथ मारने के फिराक मे रहेगे I
भारत जैसे देश मे उच्चतम न्यालय द्वरा तीन तलाक पर जबरदसत दखल और जोरदार न्याय को हिस्टोरिकल तो कहा जा सकता है पर अलौकिक नही कहा जा सकता है उसका कारण यह रहा कि विश्व के उन्नीस इस्लामिक देशो ने इस तीन तलाक के खिलाफ शक्त कानून अपने अपने देशो मे पारित कर चुके है, जिसकी अधिक जानकारी निचे दिया गये लिंक पर क्लिक करके जाना जा सकता है I
भले ही भाजपा उच्चतम न्यालय के इस आदेश के लिये “बैगाने की शादी मे अब्दुल्ला दिवाना” जैसा व्यवहार करे पर कांग्रेस के अलावा अन्य सभी दलो ने न्यालय के इस आदेश की प्रसंसा करने मे पिछे नही रहे I
अब देखना यह है कि मोदी सरकार अगले छह महिने के भितर तलाक-ए-विद्दत पर शरियत आधारित कोइ ठोस कानून लाती है या संघी आदेशो का पालन करेगी, हालांकि कि मोदी सरकार उच्चतम न्यालय के आदेश के बावजूद जन लोकपाल के नियुक्ती के विषय कोइ रुची अब तक नही दिखाया है I
http://indianexpress.com/article/india/pakistan-egypt-among-19-countries-that-have-abolished-triple-talaq-supreme-court-verdict-4808780/
http://indianexpress.com/article/india/instant-triple-talaq-unconstitutional-against-teachings-of-islam-supreme-court-4807974/
देश के उच्चतम न्यालय ने इस मामले को लेकर बहुत ही माथा पच्ची किया होगा और साथ मे न्यालय ने शरियत कानून को भी खुब आदर और सम्मान दिया और मोदी सरकार के उन बातो को खारिज किया जिसमे सरकार ने तलाक के अन्य पहेलुओ को खत्म करने के लिये न्यालय के समक्ष अपनी बात रक्खे थे I
देखने और समझने की बात यह है कि न्यालय ने कुरान मे दिये गये तलाक के अन्य पहेलुओं जैसे तलाक-ए-अहशान और तलाक-ए-हसन पर कोई कमेन्ट ही नही किया बल्कि एक बार मे कहे गये तलाक,-ए-विद्द्त (Instant triple Talak) पर ही अगले छह माह तक रोक लगा दी है I
यह बात ध्यान रखने की है कि सुप्रीम कोर्ट ने तलाक के मूल सिद्दांतों को खत्म नही किया है और अगले छह माह तक तलाक के दूसरे फारमेट का भी प्रोयग बंद हो जायेगा ऐसा सोचना भी गलत है और कुछ सिर फिरे मुस्लिम पुरुष अपने रुतवा को बनाये रखने के लिये इधर उधर हाथ मारने के फिराक मे रहेगे I
भारत जैसे देश मे उच्चतम न्यालय द्वरा तीन तलाक पर जबरदसत दखल और जोरदार न्याय को हिस्टोरिकल तो कहा जा सकता है पर अलौकिक नही कहा जा सकता है उसका कारण यह रहा कि विश्व के उन्नीस इस्लामिक देशो ने इस तीन तलाक के खिलाफ शक्त कानून अपने अपने देशो मे पारित कर चुके है, जिसकी अधिक जानकारी निचे दिया गये लिंक पर क्लिक करके जाना जा सकता है I
भले ही भाजपा उच्चतम न्यालय के इस आदेश के लिये “बैगाने की शादी मे अब्दुल्ला दिवाना” जैसा व्यवहार करे पर कांग्रेस के अलावा अन्य सभी दलो ने न्यालय के इस आदेश की प्रसंसा करने मे पिछे नही रहे I
अब देखना यह है कि मोदी सरकार अगले छह महिने के भितर तलाक-ए-विद्दत पर शरियत आधारित कोइ ठोस कानून लाती है या संघी आदेशो का पालन करेगी, हालांकि कि मोदी सरकार उच्चतम न्यालय के आदेश के बावजूद जन लोकपाल के नियुक्ती के विषय कोइ रुची अब तक नही दिखाया है I
http://indianexpress.com/article/india/pakistan-egypt-among-19-countries-that-have-abolished-triple-talaq-supreme-court-verdict-4808780/
http://indianexpress.com/article/india/instant-triple-talaq-unconstitutional-against-teachings-of-islam-supreme-court-4807974/
Friday, 18 August 2017
साम, दाम, दण्ड, भेद और मीडिया- भाजपा का पांच नीतियां
साम, दाम, दण्ड, भेद को ही शायद चाणक्य नीति कहा जाता रहा है पर 2014 के लोक सभा चुनाव के बाद मोदी सामराज्य के स्थापना के बाद उपरोक्त साम, दाम, दण्ड भेद के साथ एक नये नीति का आविषकार देश के प्रधान सेवक ने ‘मीडिया’ नीति से किया है I
मीडिया नीति के कारण ‘आज तक’ नामक न्यूज चैनेल ने अगामी लोक सभा के चुनाव के लिये भाजपा के पक्ष मे चुनावी पिच का निर्माण कार्य शुरु कर दिया है और साथ मे आगामी चुनाव मे भाजपा के दान पात्र मे 349 सिट शब्दो के झोल के साथ डाल भी दिया है I
अमित शाह ने अगले लोक सभा चुनाव मे 350 प्लस का लक्ष रख कर यह कह दिया है कि अगला चुनाव 2018 मे होना तय है और वो भी बिना वीवी पैट मशीन के I
जिस ढंग से भाजपा के चाणक्य अमित शा ने अपने नेताओं के सामने 350 लोकसभा सिट का लक्ष रखा है उससे तडीपार अध्यक्ष की घबराहट ही रिफलेक्ट हो रहा है उपरोक्त आंकडे को राष्ट्रीय फकीर 2014 को नही छु पाये जब कि उनका Gujarat Model और 10 हजार करोड रुपयों का प्रचार विज्ञापन सातवें आसमान मे पंहुच चुका था I
पुराने समय मे लोग कहा करते थे कि बंद मुठ्ठी लाख की, खुल जाये तो खाक की और आज वही हाल पीएम मोदी का है जिन्होने पिछले लोकसभा चुनाव मे झूठे वादो का अम्बार ही लगा चुके थे और देश की जनता यह मानकर कर बैठ गये थे कि नारायण अवतारित हो चुके है और युवाओं ने तो यहां तक सोच लिया हर साल 2 करोड नौकरियां उनके अच्छे दिन जरुर उनके दरवाजे पर दस्तक देगी I
देखा जाये तो देश के यूवा वर्ग और पेड़ मीडिया ने पिछले लोकसभा चुनाव मे भाजपा को जबरद्स्त समर्थन देकर मोदी जी को प्रधान मन्त्री की कुर्सी तक पहुंचाया और आज वही यूवा वर्ग सब से ज्यादा ठगा महसूस कर रहा है जिसके पास ले-देकर बेरोजगारी और लाचारी रह गई है I
जिस साम, दाम, द्ण्ड, भेद और मीडिया के सहारे भाजपा ने बिहार मे कारनामे दिखाये है उससे भले ही भक्त खुश हुये होगें परन्तु भाजपा के इन पांच नीतियों के कारण सभी प्रमुख विपक्षी दलो आपसी भेद भाव भुलाने का एक अवसर जरुर दे दीया है और कल अगर आम आदमी पार्टी आने वाले महा संग्राम मे विपक्षी दलो के साथ चली जाये तो आशचर्य की बात न होगी I
https://www.facebook.com/abpnews/videos/2197677433582832/
मीडिया नीति के कारण ‘आज तक’ नामक न्यूज चैनेल ने अगामी लोक सभा के चुनाव के लिये भाजपा के पक्ष मे चुनावी पिच का निर्माण कार्य शुरु कर दिया है और साथ मे आगामी चुनाव मे भाजपा के दान पात्र मे 349 सिट शब्दो के झोल के साथ डाल भी दिया है I
अमित शाह ने अगले लोक सभा चुनाव मे 350 प्लस का लक्ष रख कर यह कह दिया है कि अगला चुनाव 2018 मे होना तय है और वो भी बिना वीवी पैट मशीन के I
जिस ढंग से भाजपा के चाणक्य अमित शा ने अपने नेताओं के सामने 350 लोकसभा सिट का लक्ष रखा है उससे तडीपार अध्यक्ष की घबराहट ही रिफलेक्ट हो रहा है उपरोक्त आंकडे को राष्ट्रीय फकीर 2014 को नही छु पाये जब कि उनका Gujarat Model और 10 हजार करोड रुपयों का प्रचार विज्ञापन सातवें आसमान मे पंहुच चुका था I
पुराने समय मे लोग कहा करते थे कि बंद मुठ्ठी लाख की, खुल जाये तो खाक की और आज वही हाल पीएम मोदी का है जिन्होने पिछले लोकसभा चुनाव मे झूठे वादो का अम्बार ही लगा चुके थे और देश की जनता यह मानकर कर बैठ गये थे कि नारायण अवतारित हो चुके है और युवाओं ने तो यहां तक सोच लिया हर साल 2 करोड नौकरियां उनके अच्छे दिन जरुर उनके दरवाजे पर दस्तक देगी I
देखा जाये तो देश के यूवा वर्ग और पेड़ मीडिया ने पिछले लोकसभा चुनाव मे भाजपा को जबरद्स्त समर्थन देकर मोदी जी को प्रधान मन्त्री की कुर्सी तक पहुंचाया और आज वही यूवा वर्ग सब से ज्यादा ठगा महसूस कर रहा है जिसके पास ले-देकर बेरोजगारी और लाचारी रह गई है I
जिस साम, दाम, द्ण्ड, भेद और मीडिया के सहारे भाजपा ने बिहार मे कारनामे दिखाये है उससे भले ही भक्त खुश हुये होगें परन्तु भाजपा के इन पांच नीतियों के कारण सभी प्रमुख विपक्षी दलो आपसी भेद भाव भुलाने का एक अवसर जरुर दे दीया है और कल अगर आम आदमी पार्टी आने वाले महा संग्राम मे विपक्षी दलो के साथ चली जाये तो आशचर्य की बात न होगी I
https://www.facebook.com/abpnews/videos/2197677433582832/
Wednesday, 16 August 2017
क्या मोदी जी अपने विशालकय झूठी बातों के सहारे देश को चलाना चाहते है?
देश और दुनिया मे यह बात तो प्रचारित हो चुकी है कि भारत के प्रधान मन्त्री मोदी जी के शिक्षा के मामले मे बडा झोल है उनके स्नातक और परस्नातक डिग्री विवाद के घेरे मे है पर झूठ बोलने के मामेले मे तो वे आरएसएस विश्वविद्दालय से पीएचडी भी कर चुके है I
मै हमेशा ही मोदी जी के बेबाग झूठ बोलने की अदा पर कायल रहता हुं, देश मे इनके पहले बहुत से प्रधान मन्त्री आये और गये होगें पर उन लोगो ने इतने ताबड-तोड झूठ बोलने की ना तो हिम्मत दिखाया और ना ही इस विषय पर कोई रुची दिखाई I
झूठ बोलने का शिलसिला प्रधान मन्त्री के बनने के बाद से चालू हुआ है ऐसी बात नही है I झूठ बो ल ने का अभ्यास गुजरात के मुख्य मन्त्री काल मे मीडिया के मिली भगत से “गुजरात मॉडल” नामक एक बडे झूठ से चालु किया और मीडिया की देख रेख मे गुजरात मॉडल एक राष्ट्रीय मॉडल के रुप मे उभर कर आया और इसी कारण भा जपा और दे श की 31% जनता ने उन्हे प्रधान मन्त्री के कुर्सी तक पंहुचा दिया I
मोदी जी के झूठ बोलने की मानसिकता को समझने की जरुरत है, वे कभी भी बंद कमरे मे झूठ नही बोले है जब अपने झूठ को बढाने की बात आती है तो अवसर को ध्यान मे रखते हुए निजी या सरकारी मंच से अपने झूठ का प्रसार किया है I
मोदी जी अपने प्रोपागेण्डा के प्रति आतुर पाये गये, चाहे वो Negative propaganda क्यों न हो और देखा जाये तो वे Positive या Negative propaganda के जरिये वे मीडिया से लेकर सोशल मीडिया के चर्चे मे बने रहना चाहते है I
इस बार मोदी जी ने पुर्व की भांति स्वतंत्रता दिवस को अपने झूठ को फैलाने के लिये चुना और जिसका विरोध चारो तरफ शुरु हो चुका है, निचे दिये गये लिंक पर जा कर उनके झूठ का मजा लिया जा सकता है I
http://viralinindia.net/bjp/narendra-modi-lied-on-15-august/17900/?utm_source=Facebook&utm_medium=vm_india
Sunday, 13 August 2017
संघ और भाजपा को डाक्टर काफिल खान के हीरो बनने से लगी मिर्ची
गोरखपुर के अस्पताल के पुरे घटना क्रम को देखे तो यह बात बहुत साफ हो चुकी है कि सुबे के मुखिया योगी जी इस मामले से ज्यादा घबराये नजर आ रहे है उनका कुर्सी जाने का भय उनके सर पर चढ कर बोल रहा है, इन के भय के पिछे घटना के दुसरे ही दिन जिस ढंग से मोदी के अहम न्युज चैनेल जी न्युज की एंकरो ने खुब तबियत से योगी जी इस विषय को लेकर धोया है I
जी न्युज के एंकरो का यह धोने वाले मामला को हल्के मे नही लेना चाहिये कारण वे तो एच.एम.भी ही है और जी न्युज का मास्टार तो देश के प्रधान सेवक ही ठहरे, मोदी जी की करुणा से ही आज जोगी योगी जी बन गये है, प्रधान सेवक इन बच्चो की हत्याओ से इतने दुखी हो चुके है कि वो इस विषय पर एक भी ट्वीट करना उचित नही समझा I
एक मुस्लिम डाक्टर काफिल खान बीअरडी अस्पताल और प्रदेश मे हीरो बन जाये तो संघी और भाजपा मे खुजली पैदा होना लाज्मी है, लगे हाथ सरकार ने उसे विभाग के मुखिया पद से न केवल हटाया है बल्कि फर्जी जांच करने पर तुले है I
भले ही Dr. खान को उनके विभाग से योगी जी ने हटा दिया हो पर उत्तर प्रदेश शासन कहने और समझाने मे नाकाम रही क्यों Dr. खान को उनके पद से हटाया गया, क्या यह हटाने का खेल संघ कार्यलय के निर्देशो के अनुसार हुआ है तो यह भी एक जांच का विषय बनता है I
जिस ढंग से सोशल मीडिया मे संघ और BJP IT Cell वाले Dr. खान की खिलाफत कर रहे है उतनी खिलाफत तो बी.अर.डी कालेज के ब्राहमण प्रधानाचार्य पर नही हो रही है, इससे संघ की मनुवादी सोच का खुलासा हुआ है I
देखा जाये तो किसी सरकारी मेडिकल कालेज अस्पताल के प्रबंधन की जिम्मेदारी उक्त कालेज के प्रधानाचार्य की होती है पर संघीय प्रशासक ने अपने मनुवादी सोच के कारण ब्राहमण प्रधानाचार्य को टारगेट नही किया और दुसरी जगह मुस्लिम समुदाये से ताल्लुक रखने वाले Dr. खान को केवले टारगेट ही नही किया बल्कि उनको सामाजिक रुप से बदनाम करने की संघी चेष्टा हुई I
वैसे एक पते की बात यह भी है कि देश के लोग जिसे महान कहें भाजपा और भक्त उस व्यक्ती की चरित्र हनन और बलात्कारी साबित करने मे लग जाते है, भक्तो की निगाह मे केवल झुठो के बादशा फेंकू चंद महराज ही महान है I
http://web.timesnowmobile.com/story?id=64547
जी न्युज के एंकरो का यह धोने वाले मामला को हल्के मे नही लेना चाहिये कारण वे तो एच.एम.भी ही है और जी न्युज का मास्टार तो देश के प्रधान सेवक ही ठहरे, मोदी जी की करुणा से ही आज जोगी योगी जी बन गये है, प्रधान सेवक इन बच्चो की हत्याओ से इतने दुखी हो चुके है कि वो इस विषय पर एक भी ट्वीट करना उचित नही समझा I
एक मुस्लिम डाक्टर काफिल खान बीअरडी अस्पताल और प्रदेश मे हीरो बन जाये तो संघी और भाजपा मे खुजली पैदा होना लाज्मी है, लगे हाथ सरकार ने उसे विभाग के मुखिया पद से न केवल हटाया है बल्कि फर्जी जांच करने पर तुले है I
भले ही Dr. खान को उनके विभाग से योगी जी ने हटा दिया हो पर उत्तर प्रदेश शासन कहने और समझाने मे नाकाम रही क्यों Dr. खान को उनके पद से हटाया गया, क्या यह हटाने का खेल संघ कार्यलय के निर्देशो के अनुसार हुआ है तो यह भी एक जांच का विषय बनता है I
जिस ढंग से सोशल मीडिया मे संघ और BJP IT Cell वाले Dr. खान की खिलाफत कर रहे है उतनी खिलाफत तो बी.अर.डी कालेज के ब्राहमण प्रधानाचार्य पर नही हो रही है, इससे संघ की मनुवादी सोच का खुलासा हुआ है I
देखा जाये तो किसी सरकारी मेडिकल कालेज अस्पताल के प्रबंधन की जिम्मेदारी उक्त कालेज के प्रधानाचार्य की होती है पर संघीय प्रशासक ने अपने मनुवादी सोच के कारण ब्राहमण प्रधानाचार्य को टारगेट नही किया और दुसरी जगह मुस्लिम समुदाये से ताल्लुक रखने वाले Dr. खान को केवले टारगेट ही नही किया बल्कि उनको सामाजिक रुप से बदनाम करने की संघी चेष्टा हुई I
वैसे एक पते की बात यह भी है कि देश के लोग जिसे महान कहें भाजपा और भक्त उस व्यक्ती की चरित्र हनन और बलात्कारी साबित करने मे लग जाते है, भक्तो की निगाह मे केवल झुठो के बादशा फेंकू चंद महराज ही महान है I
http://web.timesnowmobile.com/story?id=64547
Friday, 11 August 2017
हामिद अंसारी की मन की बात प्रधान सेवक, भाजपा और भक्तो के लिये अंगारा साबित हुआ
भारत के भूत पुर्व राष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी पिछ्ले तीन वर्षो से संविधानिक पद मे रहेने के कारण मोदी सरकार व भाजपा द्वरा फैलाये जा रहे Communal hatred के खिलाफ अपने थूक को जमा करते रहे और जाते- जाते टीवी चैनेल के पत्रकार करण थापर के एक साक्षात्कार मे दम लगाकर थूक ही डाला I
श्री अंसारी की थूक न केवल प्रधान सेवक को बल्कि भाजपा सहित उनके चुन्नु- मुन्नु सभी भक्त गणो तथा संघी चैनेल्स वालो को अंगारे की तरह लगा और सभी ने उनके उदगार को समझने की जगह उपहास करते नजर आये और Intellectual जवाब तक नही दे सके, इसका एक अहम कारण यह भी है कि भाजपा के नेताओं का शिक्षा का पैमाना श्री हामिद अंसारी के तुलना मे नग्न है I
https://www.youtube.com/watch?v=TOvI1RkP2Gc
भूतपूर्व राष्ट्रपति ने जिस सालिनता से पत्रकार करण थापर के द्वरा उठाये सवालो का जवाब दिया वो अपने मे ही लाजवाब और सारगर्भित था, चूंकि उक्त इंटरव्यु अंग्रीजी भाषा मे होने के कारण भाजपा नेताओ को समझने परेशानी हुई होगी I देखा जाये तो उन्होने उन बातो का व्यक्त किया है जो मौजूदा Mob Lynching के कारण मुस्लिम समाज मे भय का माहौल पैदा हो चुका है I
गौरतलब है कि श्री हामिद अंसारी केवल देश के उप राष्ट्रपति ही नही बने बल्कि वे संयुक्त राष्ट्र के स्थाई प्रतिनिधि थे और इसके अलावा वे कई देशो मे राजदूत के पद को भी संभाला थ,ऐसे औदे तक पहुचने के लिये देश के प्रधान सेवक के लिये दिवा सपना ही है
देश की मीडिया भीड द्वरा कत्ल किये जाने को Mob Lynching जरुर कह रही है, पर यह भी देखना जरुरी है कि ऐसे भीड को जुटा कौन रहा है I अगर निचे दिये गये लिंक मे जाकर देखें तो श्री कपिल सिब्बल ने राज्य सभा के सदन मे Mob Lynching के पिछे की ऐसे भीड का पर्दाफास किया है I
श्री सिब्बल जी की बातो से पता चलता है कि गौ रक्षI के नाम पर यह Mob Lynching नही बल्कि संघी लिचिंग चल रहा है I यह भी समझना होगा कि आखिर मे इन गौ रक्षकों को फण्डीग कौन सी संस्था कर रही है और क्यों गौ रक्षकों पर रुपये खर्च किये जा रहे है I
अगर उपरोक्त सवालो के जवाब आप अपनी समझदारी से खोज लेते है तो आप को पुर्व उप राष्ट्रपति द्वरा उठाये गये बातो को बुरा नही लगेगा I
श्री अंसारी की थूक न केवल प्रधान सेवक को बल्कि भाजपा सहित उनके चुन्नु- मुन्नु सभी भक्त गणो तथा संघी चैनेल्स वालो को अंगारे की तरह लगा और सभी ने उनके उदगार को समझने की जगह उपहास करते नजर आये और Intellectual जवाब तक नही दे सके, इसका एक अहम कारण यह भी है कि भाजपा के नेताओं का शिक्षा का पैमाना श्री हामिद अंसारी के तुलना मे नग्न है I
https://www.youtube.com/watch?v=TOvI1RkP2Gc
भूतपूर्व राष्ट्रपति ने जिस सालिनता से पत्रकार करण थापर के द्वरा उठाये सवालो का जवाब दिया वो अपने मे ही लाजवाब और सारगर्भित था, चूंकि उक्त इंटरव्यु अंग्रीजी भाषा मे होने के कारण भाजपा नेताओ को समझने परेशानी हुई होगी I देखा जाये तो उन्होने उन बातो का व्यक्त किया है जो मौजूदा Mob Lynching के कारण मुस्लिम समाज मे भय का माहौल पैदा हो चुका है I
गौरतलब है कि श्री हामिद अंसारी केवल देश के उप राष्ट्रपति ही नही बने बल्कि वे संयुक्त राष्ट्र के स्थाई प्रतिनिधि थे और इसके अलावा वे कई देशो मे राजदूत के पद को भी संभाला थ,ऐसे औदे तक पहुचने के लिये देश के प्रधान सेवक के लिये दिवा सपना ही है
देश की मीडिया भीड द्वरा कत्ल किये जाने को Mob Lynching जरुर कह रही है, पर यह भी देखना जरुरी है कि ऐसे भीड को जुटा कौन रहा है I अगर निचे दिये गये लिंक मे जाकर देखें तो श्री कपिल सिब्बल ने राज्य सभा के सदन मे Mob Lynching के पिछे की ऐसे भीड का पर्दाफास किया है I
श्री सिब्बल जी की बातो से पता चलता है कि गौ रक्षI के नाम पर यह Mob Lynching नही बल्कि संघी लिचिंग चल रहा है I यह भी समझना होगा कि आखिर मे इन गौ रक्षकों को फण्डीग कौन सी संस्था कर रही है और क्यों गौ रक्षकों पर रुपये खर्च किये जा रहे है I
अगर उपरोक्त सवालो के जवाब आप अपनी समझदारी से खोज लेते है तो आप को पुर्व उप राष्ट्रपति द्वरा उठाये गये बातो को बुरा नही लगेगा I
Wednesday, 9 August 2017
Political Analysis of India: भारत छोडो आंदोलन की 75 वी वर्षगांठ के पिछे आरएसएस ...
Political Analysis of India: भारत छोडो आंदोलन की 75 वी वर्षगांठ के पिछे आरएसएस ...: बडबोलेपन के सिरोमणी और देश के प्रधान सेवक अपने और अरसएस की छवि सुधारने के लिये अपने नाटक के जरिये क्या स्टंट कर जाये यह बात किसी को पता न...
भारत छोडो आंदोलन की 75 वी वर्षगांठ के पिछे आरएसएस और मोदी जी की मंसा अपने को देश भक्त सिद्द करना
बडबोलेपन के सिरोमणी और देश के प्रधान सेवक अपने और अरसएस की छवि सुधारने के लिये अपने नाटक के जरिये क्या स्टंट कर जाये यह बात किसी को पता नही होता है I अब उनके नये ड्रामे की पटकथा अंग्रेज भारत छोडो आंदोलन के 75 वी वर्षगाठ मनाने पर कलम बंद हो चुकी हैI
क्या यह दुबारा पुछने की जरुरत है कि मोदी जी के Mother organization, आरएसएस का अगस्त विद्रोह हो या उस के बाद स्वतंत्रता संग्राम मे क्या अहम भूमिका रही जब की आरएसएस का जन्म1925मे होचुका था I
शायद प्रधान सेवक का उनके संदेहस्पद भूमिका पर मलाल जरुर होगा और देश मे इस बात की भी चर्चा भी रही कि आरएसएस ने कई दशक तक अपने मुख्यालय मे देश के ध्वज को फहराने मे कोई दिलचस्पी नही दिखाई और जिस कारण देश के लोगो बारम्बार भाजपा और आरएसएस पर उंगली उठाते रहे I
हमे यह नही भूलना चाहिये कि माहात्मा गान्धी जी द्वरा अगस्त क्रन्ति न केवल देश की आजादी के लिये बल्कि देश की जनता को पूर्ण स्वाराज के लिये उठाया गया कदम था, जिन किसानो, मजदूरो, महिलाओं, दलित और शोषितों के लिये स्वराज की परिक्ल्पना के गई थी क्या आज के परिपेक्ष मे सही पाई जा रही है?
सही पूछे तो वर्तमान मोदी सरकार बडे पूंजिपतियो के आगे किसानो, मजदूरो, महिलाओं, दलित और शोषित समाज के स्वाराज को गिरवी रख चुके जिसके कारण एसे लोगो की व्यथा को सुनने वाला कोई नही है I
अगर मोदी जी यह समझ रहे है कि एसे एक वर्षगांठ के आयोजन करने से आरएसएस पर लगे पुराने दाग और उनके गंदे इतिहास मिट जायेंगे तो यह भला मोदी जी को अपनी Mother organization के लिये करना ही चाहिये I
http://www.muslimissues.in/rss-had-opposed-the-quit-india-movement-sonia-said-how-do-these-people-become-patriots/
Monday, 7 August 2017
चंडीगढ के छेडछाड वाले मामले मे भाजपा की नाक जितनी कटी है उतना तो चीन के धमकाने मे भी नही कटी थी
मोदी जी के प्रधान मन्त्री बनने के पहले उनके द्वरा की गई हर बात जुमला साबित हो चुकी है और प्रधान मन्त्री बनने के बाद उनके गार्डेन फ्रेश “बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ अभियान” भी जुमला साबित होते दिख गया है और वो भी हरियाना से जहां से इस अभियान की घोषणा की गई थी I
एक बात तो माननी ही पडेगी कि चंडीगढ मे हुए छेड-छाड मे भुक्त भोगी वर्णिका कुण्डु ने आद्भुत साहस का परिचय दिखाया है उसका नजिर वर्षो तक देश मे याद किया जायेगा और साथ मे चंडीगढ पुलिस द्वरा त्वरित कार्रवाई करते हुये उक्त लडकी को बचाने का जो काम किया है उसे भी याद किया जाना चाहिये I
इस बात को भी कोई इंकार इंकार नही कर सकता है कि हरियाना पुलिस ने जो खेल भाजपा के राजनीतिक दबाव मे आकर भुक्तभोगी के साथ खेला है उसे किसी भी हिसाब से माफ नही किया जा सकता है, खैर इस वजह से भाजपा का असल चाल चेहरा और चरित्र देश के सामने तो आया I
चंडीगढ वाले मामले के दूसरे दिन से मोदी जी के सारे गोदी मीडिया ने जिस ढंग से अपना केचुल छोडा है और भुक्तभोगी के साथ खडे दिखे मै तो क्या सारा देश हत्प्रभ हो गया है I
मोदी जी के प्रधान मन्त्री और तडीपार अमित शाह का भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा ने हद से ज्यादा दूसरे पार्टीयों से दागी और क्रिमिनल नेताओं का जो आयात शुरु किया है उससे उत्तर प्रदेश से क्राइम खत्म होने का नाम ही ले रही है और साथ मे पार्टी के चाल चेहरा और चरित्र क्राइम के गंगा मे डुबकी लगा रहा है I
चण्डीगढ वाले मामले के बाद मोदी जी द्वरा अपने नेता के खिलाफ को कोई न कर्रवाई करके उन्होने साफ तौर भाजपा के अन्य नेताओ के लडको को क्राइम करने की खुली छूट के साथ हौंसला बढाया है I बात साफ है कि भाजपा शासित राज्यों मे बीजेपी के नेता के लडके किसी भी घिन्नोनी काम कर जायें तो मोदीजी पर उंगली न उठाये I
http://www.nationaldastak.com/country-news/ias-virendra-kundu-facebook-post-on-allegedly-harassed-daughter/
Wednesday, 2 August 2017
क्या उच्चतम न्यालय नीतीश कुमार द्वरा चुनाव आयोग के साथ किये गये धोका-धडी पर उचित और कठोर दण्ड दे पायेगी
भले ही सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका पर सुनवाई के लिये तैयार हो गयें है, जिसमे बिहार के मुख्य मन्त्री नीतीश कुमार ने सालो तक चुनावी हलफनामे मे निचली अदालत मे लंबित अपने अपराधिक मामले की जानकारी नही दी पर क्या उच्चतम न्यालय इस संदर्व मे नीतीश कुमार को कडे दण्ड दे पायेगी जिसमे एक नजिर स्थापित किया जा सके I
अगर प्रिन्ट मीडिया मे छपे खबरो को माने तो याचिकाकर्ता ने अपने याचिका मे केवल नितीश कुमार की विधान परिषद की सदस्यता रद्द करने की गुहार की है I हम यह मान कर चल रहे है कि यह मुकदमा लम्बे समय तक चलेगा जिसका फायदा नीतीश कुमार को मिलगा I
याचिकाकर्ता ने मांग की है कि सीबीआई को इस मामले मे एफआईआर दर्ज करने के ऑर्डर दिया जाए। याचिकाकर्ता के मुताबिक इलेक्शन कमीशन ने कुमार के खिलाफ केस की जानकारी होते हुए भी उनकी मेंबरशिप खारिज नहीं की जिसके कारण वो अब भी संवैधानिक पद पर काबिज हैं। नीतीश पर 2004 से 2012 के दौरान चुनावी हलफ़नामों में आपराधिक केस की जानकारी छुपाने का आरोप है।
हो सकता है आने वाले समय मे नीतीश कुमार अपने गिरती हुई छवि को बचाने के लिये एक नये पैंतरे का साहारा लें और एक आध महीने के भीतर ही एक नये प्रलाप के साथ उच्चतम न्यालय के किसी आदेश के आने के पुर्व ही एमएलसी के पद से त्यागपत्र दे डालें और पुन: दो घंटे के भितर ही दोबारा अपने नये गुरु घंटाल के सहारे मुख्य मन्त्री का शपथ ग्रहण करलें और अगले छ्ह माह के भितर पुन: एमएलसी बन जायें I
एक बात तो तय है कि आरजेडी के लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव उच्चतम न्यालय मे दाखिल याचिका को पुरा भुनाने की कोशिश करेंगे और समय–समय पर कुर्सी कुमार का सरेआम वस्त्र हनन करते रहेंगे भले ही न्यालय का बाद मे जो भी आदेश दें I
अब देखना यह है कि कुर्सी कुमार के इस धोका-धडी को सुप्रीम कोर्ट कोई कठोर दण्डात्मक आदेश पारित करते है कि नही I
http://www.jaihindmaithilinews.in/%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%96%e0%a4%b2-%e0%a4%b9%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97/
अगर प्रिन्ट मीडिया मे छपे खबरो को माने तो याचिकाकर्ता ने अपने याचिका मे केवल नितीश कुमार की विधान परिषद की सदस्यता रद्द करने की गुहार की है I हम यह मान कर चल रहे है कि यह मुकदमा लम्बे समय तक चलेगा जिसका फायदा नीतीश कुमार को मिलगा I
याचिकाकर्ता ने मांग की है कि सीबीआई को इस मामले मे एफआईआर दर्ज करने के ऑर्डर दिया जाए। याचिकाकर्ता के मुताबिक इलेक्शन कमीशन ने कुमार के खिलाफ केस की जानकारी होते हुए भी उनकी मेंबरशिप खारिज नहीं की जिसके कारण वो अब भी संवैधानिक पद पर काबिज हैं। नीतीश पर 2004 से 2012 के दौरान चुनावी हलफ़नामों में आपराधिक केस की जानकारी छुपाने का आरोप है।
हो सकता है आने वाले समय मे नीतीश कुमार अपने गिरती हुई छवि को बचाने के लिये एक नये पैंतरे का साहारा लें और एक आध महीने के भीतर ही एक नये प्रलाप के साथ उच्चतम न्यालय के किसी आदेश के आने के पुर्व ही एमएलसी के पद से त्यागपत्र दे डालें और पुन: दो घंटे के भितर ही दोबारा अपने नये गुरु घंटाल के सहारे मुख्य मन्त्री का शपथ ग्रहण करलें और अगले छ्ह माह के भितर पुन: एमएलसी बन जायें I
एक बात तो तय है कि आरजेडी के लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव उच्चतम न्यालय मे दाखिल याचिका को पुरा भुनाने की कोशिश करेंगे और समय–समय पर कुर्सी कुमार का सरेआम वस्त्र हनन करते रहेंगे भले ही न्यालय का बाद मे जो भी आदेश दें I
अब देखना यह है कि कुर्सी कुमार के इस धोका-धडी को सुप्रीम कोर्ट कोई कठोर दण्डात्मक आदेश पारित करते है कि नही I
http://www.jaihindmaithilinews.in/%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%96%e0%a4%b2-%e0%a4%b9%e0%a4%9f%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a5%87%e0%a4%82%e0%a4%97/
Subscribe to:
Comments (Atom)