सुशांत सिंह के मामले और रिया चक्रवर्ती के याचिका का पटाक्षेप पिछले दिन सुप्रीम कोर्ट ने संविधान की धारा 142 का प्रयोग करते हुए सीबीआई जांच की संस्तुति खुद शीर्ष अदालत ने प्रदान किया।
https://www.abplive.com/news/india/sushant-case-cbi-team-will-go-to-mumbai-for-investigation-recreate-crime-scene-riya-chakraborty-will-be-questioned-1531284
पीएम मोदी के गोदी मीडिया भले ही अपने चाटुकारिता को बनाए रखने के लिए इस मामले को लेकर तमाम प्रकार के भाजपा के पक्ष में व्याख्या करते दिखे और सीबीआई जांच को बडी कामयाबी के तौर से दिखाया गया है।
परन्तु गोदी मीडिया अपने व्याख्या में यह भूल गए है कि रिया चक्रवर्ती ने अपने याचिका में शीर्ष अदालत से सीबीआई जांच के लिए गुहार लगाई थी और साथ में यह निवेदन किया था कि सुप्रीम कोर्ट संविधान की धारा 142 में दिए गए विशेष अधिकार का प्रयोग करते हुए सीबीआई जांच का आदेश करें।
अगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सही व्याख्या किया जाए तो शीर्ष अदालत ने संविधान के धारा का प्रयोग करके बिहार सरकार के सीबीआई जांच के सिफारिश और साथ में मोदी सरकार के गृहमंत्रालय के सीबीआई जांच के आदेश को वरीयता ना देते हुए खुद सीबीआई जांच के आदेश को पारित किया है।
यह एक पहला मामला है जिसमें शीर्ष अदालत ने बिना किसी दबाव में आकर अपने राय को रखने में सफल हुए है।
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