बाबा रामदेव ने कोई सार्थक प्रयास कोरोना मरीज के लिए किया है या अपने धंधे पानी के लिए किया है यह बताना मुश्किल है । चूंकि Covid 19 अब panademic बन चुका है इस दवा की authenticity और इंटरनेशनल लैब से परीक्षण होना जरुरी है और साथ में WHO का reccomendation होना भी आवश्यक है।
जिस यूनिवर्सिटी का reference दिया जा रहा है क्यो वो यूनिवर्सिटी मेडिकल साइंस से जुड़ा हुआ है, क्या उनके अपने हॉस्पिटल है जहां Clinical trail किया गया है।
हजारों मरीज इस रोग से ठीक हो चुके है उसका कारण symptomatic ट्रीटमेंट किया गया है और हजारों के तादाद में मरीजों के मौत की खबर भी आ चुका है जहां symptomatic treatment बुरी तरह से फेल हो चुका है।
बाबा रामदेव के दावे को इसलिए नहीं मानना चाहिए क्यों की उनके पास कोई चिकित्सा से जुड़े कोई डिग्री नहीं है अगर कोई औषधि से जुड़े वैज्ञानिक दावा करता तो बात समझा जा सकता है।
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