Saturday, 7 September 2019

रूस की Per capita income भारत से आठ गुना ज्यादा है, पीएम मोदी 1अरब डॉलर की मदद से क्या देश की मंदी को छुपाना चाहते है


जब से नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री पद को संभाले है तब से उनके द्वारा देश हित में कोई ठोस काम करते हुए नहीं पाया गया, उसकी मूल वजह है कि उनका सारा फोकस देश हित में ना होकर अपने ऊपर केंद्रित किए रहते है।

https://hindi.news18.com/news/nation/india-will-give-1-billion-dollar-for-the-development-of-russias-far-east-region-pm-modi-2393881.html?fbclid=IwAR1Hy6aKnTWOs9B4bAqzUNavBएtD6WVhtyRqdiuO7JGQE0RX5nT6XInDf5ew

अपने प्रधान मंत्री के पहले कार्यकाल में देश के टैक्स के रुपयों से जमकर विदेश भ्रमण ही नहीं किया बल्कि देश के रुपयों के बल पर विदेशो में खर्च करके खूब मोदी मोदी के नारे लगवाने का काम किया जिसे गोदी मीडिया ने मोदी द्वारा विदेशी जमीन में डंका बजाने की बात कही।

जिस समय देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है और करोड़ों लोगो का नौकरी छूट गई, तमाम बड़े बड़े उद्योग बंद हो चुके है, प्राइवेट सेक्टर से देश के प्रमुख पीएसयू बन्द होने के कगार तक पहुंच चुकी है, देश के आर्थिक दुर्दशा के समय रूस को 1अरब डॉलर अनुदान देना लोगो के गले से नहीं उतर रही है और ना ही इस अनुदान के घोषणा से पहले पीएम मोदी अपने कैबिनेट और एनडीए के घटक दलों को लेकर बैठक करना उचित समझा।

जिस देश का पार कैपिटा इनकम भारत से आठ गुना ज़्यादा हो उस देश को एक अरब डॉलर अनुदान देने का मतलब समझ नही आता। डाल में जोरुर कुछ काला है।

इस प्रकार की उदारता के पीछे पीएम मोदी अपने छवि को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बनाने जुगत में है और वो भी उस समय जब सुरक्षा बलो के बंदूक के नोक में कश्मीर के आवाम के आवाज़ों को कुचलने के काम में लगे है, जिसका विरोध अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी का विरोध हो चुका है।

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