Friday, 31 July 2020

सुशांत सिंह के मौत के आड़ में बीजेपी और जेडीयू ने बिछाया राजनीतिक विषाद ताकि बिहार के आपदाओं पर पर्दा डाल जा सके

बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत का देहांत 14 जून 2020 को आत्महत्या होने के कारण हुआ था और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट उनके आत्महत्या की पुष्टि कर चुका है।

सुशांत मृत्यु के 45 दिन बाद अब बीजेपी और गोदी मीडिया उनके मौत को राज्य स्तर पर राजनीतिक रंग देना शुरू किया है, इस घटिया राजनीति की शुरवात तब हुई जब सुशांत के पिता ने बिहार में सुशांत के गर्ल फ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ तमाम आरोपी के साथ एफआईआर दर्ज किया जिसमें रिया चक्रवर्ती के द्वारा 17 करोड़ रुपए सुशांत के बैंक खाते से निकलने की बात किया गया है।

बिहार में बढ़ते संक्रमण और बाढ़ के कारण बिहार के जेडीयू और बीजेपी की सरकार दोनों मामले को संभालने में बुरी तरह से असफल रहे और दोनों पार्टियों के गिरते छवि को संभालना मुश्किल सा हो चुका है।

बिहार की जनता को इन अपदाओ से ध्यान बांटने के लिए बीजेपी ने राजनीतिक चक्रव्यूह की रचना की ताकि दोनों प्रदेशों में दरार को बढ़ाया जा सके और रिया चक्रवर्ती को पूरे खेल का मोहरा बीजेपी ने बनाया है जिसे गोदी मीडिया रिया के खिलाफ   माहौल बनाने में लगे है ।

मोदी सरकार मामले की गंभीरता को तूल देने के लिए ईडी को भी रिया चक्रवर्ती के खिलाफ खड़ा कर चुका है।

Thursday, 30 July 2020

क्या भूमि पूजन को पीएम मोदी अपने प्रतिष्ठा के साथ जोड़कर देख रहे है, संक्रमण को ध्यान में रखकर भूमि पूजन टाली जा सकती है

जहां पुरे उत्तर प्रदेश में संक्रमण को लेकर आम जनता जूझ रहे है और अयोध्या नगरी में इस संक्रमण को लेकर बुरा हाल है ऐसे बुरे वक़्त पर पीएम मोदी द्वारा भूमि पूजन को कहां तक सही ठहराया जा सकता है।

एक तरफ खुद मोदी सरकार un-lock 3 में धार्मिक अनुष्ठानों पर प्रतिबंध लगाए हुए है और दूसरी तरफ पीएम मोदी अपने सरकार के नियमों को जानबूझकर तोड़ने पर आमादा है।

http://www.indianewsreport.com/index.php/show/news/2750/july-31-2020

ऐसा नहीं है कि 5 अगस्त के अलावा पंचांग में पूरे साल भर में भूमि पूजन के लिए कोई अन्य शुभ मुहूर्त नहीं है पर पीएम मोदी के द्वारा 5 अगस्त को भूमि पूजन पर अडे रहना उनके अनपढ़ होने का सबूत देता है।

संक्रमण काल में हर विषय को अपने प्रतिष्ठा के साथ जोड़ना भी एक मूर्खता भरा कदम है जिसे किसी भी रूप में प्रोत्साहित नहीं किया जा सकता है।

Wednesday, 29 July 2020

क्या भारत विश्व का पहला देश जिनके पास पांच राफेल जेट विमान है

मुस्लिम देश 28 लाख की आबादी वाले #Qatar के पास 36 #Rafale हैं और Egypt के पास भी 36 और भारत के पास पांच साल बीत जाने के बाद मात्र 5 राफेल जेट जुटा पाए है।

https://t.co/vEHghJf067

लद्दाख के जिन जिन जगहों पर चीन ने अपना कब्जा जमाया हुआ है अब लगता है 5 राफेल जेट को देखकर कल दुम दबाकर भागेगा।

https://www.financialexpress.com/hindi/international-news/rafale-owned-countries-which-countries-have-rafale-indian-air-force-egyptian-air-force-qatar-air-force/2038567/

हालांकि पीएम मोदी आज भी अपने पुराने स्टैंड पर कायम है कि चीन ने देश के जमीन पर कोई कब्जा नहीं किया है,भले ही सैटेलाइट पिक्चर्स कब्जे को दिखा रहा है।

कुल मिलाकर मोदी सरकार को 5 राफेल जेट पर लंबे समय तक कवर लगाकर रखना पड़ेगा उसका कारण देश में स्क्वॉर्डन   लीडर की भारी कमी दिख रही है उसका कारण है अनेक स्क्वॉर्डन लीडर रिटायर कर चुके है।

Tuesday, 28 July 2020

भाजपा और बीजेपी आईटी सेल में भूमि पूजन को लेकर कंट्रोवर्सी ना होने के कारण घोर मायूसी

देशवासियों से मेरा निवेदन है कि राजनीति से प्रेरित भूमि पूजन को बिना किसी विवाद को होने दिया जाए।

जब से इस भूमि पूजन की घोषणा की गई तब से अधिकांश राजनीतिक दल कुछ भी प्रतिक्रिया देने से बचते रहे सिवाय AIMM के Assaudin Owasi ने जानबूझकर कुछ बातें संविधान को ध्यान में रखकर कहे।

हकीकत में इस संदर्भ में भूमि पूजन के घोषणा के बाद कोई कंट्रोवर्सी उत्पन्न ना होने के कारण बीजेपी आईटी सेल में बड़ी मायूसी छाई हुई है, उनकी मनसा यह रही कि अगर इस मामले को लेकर राजनीतिक पार्टियां अगर कंट्रोवर्सी उत्पन्न करते है तो उसका सीधा लाभ बीजेपी को मिलेगा।

असाउद्दीन ओवासी के साथ भाजपा का गुप्त समझौता है जो जग जाहिर है और इसी रिश्ते का फायदा भाजपा उठना चाहते है तभी AIMIM के मुखिया ने जानबूझकर भूमि पूजन को लेकर विवादित दिलवाए गया ताकि भूमि पूजन की टीआरपी बीजेपी आईटी सेल के द्वारा बढ़ाया जा सके।

इस भूमि पूजन को लेकर जितना विवाद होगा उतना ही राजनीतिक लाभ भाजपा के खाते में जाना तय है।

Sunday, 26 July 2020

मोदी_शाह के आगे बीजेपी में वरिष्ठ नेताओं की इज्जत दो कौड़ी की है, राजस्थान के राज्यपाल को बनाया जा रहा है बली का बकरा



जब भाजपा का राजस्थान में हर दांव पेंच फेल हो गया तो मोदी सरकार को आगे आकर कमान थामना पड़ा और अपने गिरी हुई राजनीति को मूर्त रूप देने के लिए गवर्नर को बली का बकरा बना कर सामने खड़ा कर दिया ताकि जो भी विरोध पूरे देश में हो तो वो राज्यपाल के खिलाफ हो।

वरिष्ठ बीजेपी नेता वो गवर्नर को इस तरह से मोदी_शाह के द्वारा बली का बकरा बनाए जाने से एक बात साफ़ हो गई कि मोदी_शाह के सामने वरिष्ठ नेताओं की औकात एक पट्टा बंधे हुए कुत्ते से अधिक नहीं है।

भाजपा का लोकतंत्र से छत्तीस का आंकड़ा है उसका कारण उनके पिताश्री आरएसएस का सपना देश को हिन्दू राष्ट्र बनना है और यही कारण है आरएसएस constitution बदलना चाहते है और उसकी शुरवात संविधानिक संस्थानों और Judicary को डर और भय दिखाकर अपने कब्जे में करने की शुरवात कर चुके है।

Thursday, 23 July 2020

क्या यूपी में योगी सरकार होम आइसोलेशन को पात्रता और संक्रमित मरीजों के भरोसे से लागू करना चाहते है

भले ही उत्तरप्रदेश शासन ने आज से कोविड -19 के पॉजिटिव मरीजों के लिए घर में आइसोलेट करने की बात कर रहे है पर होम आइसोलेशन के मरीजों के देखभाल और साथ में Oximeter को प्रबंध कराने वाले मामले में चुप्पी साधे हुए है।

मोदी सरकार से लेकर योगी सरकार में एक बात बहुत की समानता है कि दोनों ही सरकार अपने - अपने निर्णय और फैसले को मीडिया के द्वारा लॉन्च करने और विज्ञापन के जरिए प्रचार पर विश्वास करती है।

हर निर्णय को एक इवेंट के तरह लॉन्च किया जाता है पर कुछ समय बीतने के बाद सब हवा हवाई हो जाता है और ना ही बाद में अपने इवेंट पर सुध लेने की जरूरत नहीं दिखते है।

यूपी में होम आइसोलेशन की पात्रता को पढ़े तो समझ में आ जाएगा कि इसे बनाए रखना आम लोगो के लिए कितनी दिक्कत की बात है और साथ में यह कहना जरुरी है योगी सरकार ने isolated मरीजों की देखरेख में कोई चिकित्सीय टीम को बड़े पैमाने में नियुक्त करने की खबर पढ़ने को नहीं मिला, बल्कि घरो में non - covid मरीजों में इस संक्रमण के फैलने को रोका नहीं जा सकेगा।

देश के आवाम को आत्मनिर्भर होने का पाठ पढ़ाने वाले पीएम मोदी आज अमरीकन कंपनियों के आगे घुटने टेक कर बैठ गए है

जब एक एक करके देश के धरोहर को बेचकर पीएम मोदी सन्यासी बन गए है और साथ में अपने गुजराती मित्रो को मजबूत कर चुके तब यह स्तिथि तो पैदा होना ही था और अब US के कंपनियों को भारत में निवेश पर स्वास्थ, इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, ऊर्जा और बीमा के लिए दावत देने का काम कर रहे है।

Narendra Modi invites U.S. firms to invest in India - The Hindu @MIUI| https://www.thehindu.com/news/national/narendra-modi-invites-us-firms-to-invest-in-india/article32165805.ece/amp/?__twitter_impression=true

देश जितना पिछले 70 सालों में विकास किया था उसे पीएम मोदी की नासमझी और गलत पॉलिसी के कारण देश को 60 साल पीछे धकेलने का काम किया, आज से 60 साल पहले देश की स्तिथि जो थी पीएम मोदी ने देश को पहुंचा चुके है

एक पुरानी कहावत है " अब पछताए का होत हैं जब चिड़िया चुग गई खेत " पीएम मोदी को इस बात का अहसास होना चाहिए कि आत्मनिर्भर का मतलब विदेशी मदद या विदेशी कंपनियों के आगे घुटना टेकना नहीं होता है।

Wednesday, 22 July 2020

उत्तर प्रदेश में होम आइसोलेशन कहीं मरीजों के लिए छलावा साबित तो नहीं होगा?

उत्तर प्रदेश की सरकार काफी दिनों बाद होम आइसोलेशन पर गंभीरता दिखाने का काम किया है, जब कि दिल्ली के अरविंद केजरीवाल सरकार ने बहुत पहले से ही होम आइसोलेशन करके लगातार मरीजों को ठीक करने का काम किया है।

दिल्ली सरकार ने जिस गंभीरता से होम आइसोलेशन पर काम किया है उसके अच्छे परिणाम दिखने लगा है। अरविंद केजरीवाल ने मुफ़्त में उन सभी मरीजों को Oxymeter meter का प्रबंध करवा चुकें जो दिल्ली सरकार के द्वारा होम आइसोलेशन किया गया है।

यूपी में भी होम आइसोलेशन की बाते बड़े जोर शोर से योगी सरकार के द्वारा किया गया है और हर भाजपा शासित सरकार वादे में कोई कमी नहीं रखते है, जिस त्वरित गती से अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में होम आइसोलेशन पर काम किया और साथ में आइसोलेशन के मरीजों को Oxymeter प्रबंध किया क्या उसी ढ़ंग और योगी सरकार इस संदर्भ में काम कर पायेगी, क्या जिले स्तर आइसोलेशन मरीजों को उतनी मात्रा में चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति आइसोलेशन वाले मरीजों का देखभाल के लिए कर पाएंगे?

योगी सरकार ने जिस तरह से होम आइसोलेशन के मुद्दे को अचानक उछला उससे तो यह लगने लगा है कि प्रदेश सरकार के पास Covid dedicated hospital का घोर अभाव है और साथ में बेड की भी कमी है और शायद उसी कारण से होम  आइसोलेशन के विषय को उछालने का काम कर रहे।

Tuesday, 21 July 2020

धर्म के नाम पर दिखावा करने वाले व्यक्ति से अयोध्या भूमि पूजन करावाकर शंकराचार्यों, संत समाज और ब्राह्मण समाज को नीचा दिखया गया

अयोध्या में राम लला के मंदिर का भूमि पूजन किसी उच्च कोटि के जनेऊधारी ब्राह्मण या साधु संत समाज के किसी संक्राचार से होना चाहिए था पर बीजेपी और आरएसएस ने एक ऐसे व्यक्ति से भूमि पूजन करवा रहे है कि जिन्हे धर्म से ज्यादा अपने झुठी बातों पर विश्वास है। 

आरएसएस और बीजेपी इस प्रकार के व्यक्ति से भूमि पूजन करवाकर ब्राह्मण और साधु समाज का घोर अपमान करने का काम किया है।

इस प्रकार की आरएसएस और भाजपा की चाटुकारिता निश्चित रूप से हिन्दू धर्म के लिए घातक सिद्ध होगा। इस प्रकार के धर्म विरोधी निर्णय एक राजनीतिक षड़यंत्र के पूर्ति के लिए किया गया है।

गौरतलब है कि पिछले छह सालों में पीएम मोदी एक बार भी अयोध्या नहीं गए और ना ही राम जी के आगे शीश तक नहीं झुकाया है।

Wednesday, 15 July 2020

सामुद्रिक लुटेरे ( Sea pirates ) समुद्र में लूटपाट करते है और बीजेपी सत्ता के लिए लूटपाट कर रहे है

किसी भी इंसान को महुत्वकांक्षी ( ambitious ) होना बुरी बात नहीं है पर अतीमहुत्वकांक्षी होना कभी कभी किसी को डुबो ने का भी काम करती है और यही हाल अपने अपने पिता के विरासत में मिले ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट के साथ हुआ है।

https://khabar.ndtv.com/news/india/rajasthan-crisis-why-sachin-pilot-adopts-soft-approach-towards-congress-2263046

कांग्रेस में रहकर बहुत नेताओं ने उस कद को छू नहीं पाए जो सिंधिया और पायलट को प्राप्त किया, इन दोनों का गुरूर उनके कद को बढ़ाने की जगह अपने राजनीतिक कैरियर को अंधकार में डाल चूकें है।

इन दिनों नेताओं में एक समनता देखने को मिला कि वो दोनो ने अपने पिता द्वारा छोड़े गए विरासत को अपने पैरों से कुचलने का काम किया है और साथ में अपने माथे पर जयचंद की मोहर लगा लिया।

दिनों नेताओं ने भाजपा के द्वारा बिछाए गए जाल में इस तरह से फंसे जैसे कोई बहेलिया पंक्षीयों को फंसाने का काम करते हैं। जब से रंगा और बिल्ला ने भाजपा पर कब्जा जमाया है तब से पार्टी एक सामुद्रिक लुटेरे ( Sea pirates ) में परिवर्तित हो चुकी है।

सामुद्रिक लुटेरे समुद्र में लोगों को लूटने में काम करते है और बीजेपी भी सत्ता को लूटने के काम पर ही जुटे हुए है।

Tuesday, 14 July 2020

भाजपा के लिए चाल, चेहरा और चरित्र अब इतिहास की बातें है

कांग्रेस का ही देन है ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट और कांग्रेस ने ही इन्हे नेता बनया है और दोनों नेताए बीजेपी के भीख के आगे अपने जमीर को बेचने में लग गए, यह दोनों नेताओं ने जिस थाली में खाया उसी थाली में पिसाब कर दिया।

https://aajtak.intoday.in/story/sachin-pilot-deputy-cm-post-dismissed-congress-says-party-give-him-a-lot-a-short-age-1-1210031.html

दूसरी तरफ मोदी ने बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं के अस्तित्व को मिटा दिया है और अपने आगे किसी को नेता बनने नहीं दिया और यहां तक राजनाथ सिंह को किनारे लगा कर रखा हुआ है।

आज बीजेपी के नेता और मंत्रियों को मोदी और शाह ने सभी को विधवा बना कर रखा हुआ है। बीजेपी में मोदी के सामने सभी नेता और मंत्रियों की हैसियत केवल काठ के उल्लू जैसा है और सभी को तड़ीपार का खौफ 24X 7 लगा रहता है।

Saturday, 4 July 2020

लेह से लद्दाख की दूरी मात्र 250 km. है फिर भी पीएम मोदी ने गलावन घाटी तक पहुंचने का साहस नहीं दिखया

कम से कम उस जगह पीएम मोदी को पहुंचना चाहिए था जिस जमीन पर बीस भारतीय जवान शहीद हुए थे।

जब पीएम मोदी यह कह चुके है कि गलावन घाटी में कोई कब्जा नहीं हुआ है तो अपने सरजमीन में पहुंचने का साहस क्यों नहीं दिखाया है।

https://www.jansatta.com/national/fake-hospital-set-pm-modis-leh-visit-heres-need-know/1457507/

यह जानना जरूरी है कि क्या पीएम मोदी 11000 फीट की ऊंचाई तक पैदल पहुंचे थे, अगर पैदल गए होंगे तो उसका वीडियो को पीएम के द्वारा रिलीज करना चाहिए था।

बीजेपी आईटी सेल पीएम मोदी को अनर्गल रूप से महामंडित करने में लगे है जब कि पीएम मोदी के उस फर्जी फोटो की चर्चा नहीं किया जिसमें फोटो खिंचवाने के लिए अस्पताल का नाटक करना पड़ा था।