मोदी सरकार के दबाव में आकर सीबीआई सुशांत सिंह के मौत के कारणों की जांच मुस्तैदी से इसलिए कर रहे है ताकि बीजेपी का बिहार के चुनाव में रिया चक्रवर्ती के गिरफ्तारी को भंजाया जा सके।
हकीकत यह है कि रिया के अलावा सीबीआई अनेक लोगो के साथ पूछताछ कर चुके और सुशांत सिंह के फ्लैट में जाकर क्राइम सीन को रीक्रिएट भी कर चुके है।
हद तो तब हो गईं जब सीबीआई चौथी बार सुशांत के फ्लैट में क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के उद्देश्य से अपने साथ इस बार AIIMS याने डॉक्टर्स टीम के साथ फोरेंसिक टीम को भी साथ ले गए।
सीबीआई द्वारा अपने साथ AIIMS के एक्सपर्ट डॉक्टर्स को ले जाने की वजह समझ के परे है और सुशांत के मृत्यु के महीनो बाद क्राइम सीन रीक्रिएट करने के पीछे फोरेंसिक टीम को काम पर लगना भी अटपटा लग रहा है।
यह सही है किसी भी क्राइम में फोरेंसिक जांच की एक विशेष महत्व है पर सुशांत सिंह के मृत्यु के दो महीने बाद फोरेंसिक के हाथ में क्या सबूत मिलने वाला है जब कि सुशांत के फ्लैट में कई बार और कई लोगो द्वारा आने जाने के कारण सभी सबूत अब तक नष्ट हो चुका है।
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