Monday, 18 February 2019

मोदी पहले यह बतायें कि कश्मिर के अलगावादी नेतोओं को सुरक्षा, सुविधायें और आर्थिक सहयोग का खेल कब से चल रहा था

पुलवामा के घटना वाले दिन से मोदी के गोदी मीडिया जिस ढंग से लगातार पुलवामा वाले घटना की कवरेज करते चले आ रहे है उससके पिछे की वजह समझी जानी चाहिये, जिस तरह से मीडिया पाकिस्तान के साथ दो- दो हाथ करने के लिये फर्जी ललकार रहे है उससे उनकी छुपी हुई मंसा को हम लोगो को सामझ लेना चहिये ।

मीडिया के लगातार कवरेज की मूल मंसा यह है किसी भी तरह से देश की जनता के भावनाओ मे पाकिस्तान के खिलाफ एक ऐसे ज्वार पैदा किया जा सके ताकि मो दी की स भे विफलताओ एवम राफेल को लेकर आक्रोश को खत्म किया जा सके ।

पुलवामा की घटना के बाद से लेकर गोदी चैनेल्स मोदी के लिये ऐसा पिच तैयार करने मे जुटे है ताकि मोदी सरकार अपने बचाव मे छक्का लगा सके, पिछले दिन मोदी सरकार ने अपने छवि चमकाने के लिये कश्मिर के छह अलगावादी नेताओं के सुरक्षा, गाडियो और तमाम सुविधाओ को हटाने की बात की घोषणा की है, यह काम मोदी सरकार ने तब की जब कस्मिर मे ही 16 आतकंवादी हमले को अन्जाम दिया जा चका है ।

गोदी चैनेल्स या प्रिन्ट मीडिया ने अपने-अपने मीडिया मे मोदी सरकार से यह सवाल उठाने की हिम्मत नही दिखाई कि मोदी सरकार कब से इन छह अलगाववादी नेताओं पर कितने सालो से मेहरबानी की दूकान खोल के रखे हुए थे और क्यों ।

https://www.jansatta.com/sunday-column/jansatta-sunday-special-column-doosri-nazar-by-p-chidambaram-on-rafael/916232/?fbclid=IwAR2ijskdSQFoYu9ba33GrNttK_mw3ReZkf4TtqvIRvIRnDUfw9jEsJlc अखबारो और न्यूज चैनेल्स की एक खास बात यह देखने को मिलती है कि दोनो मीडिया मोदी सरकार और अमित शाह से इतने डरे और सहमे रहते है कि सरकार को सवालों के घेरे मे खडे करने का साहस तक नही जुटा पाते है ।

कुल मिला कर पुलवामा की आड मे मोदी अपने विफलताओ को छुपाने की शुतुरमुर्गी प्रयास मे कभी भी सफल होने वाले नही है क्यों की जनता जाग चुकी है ।

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