पिछले 70 सलो मे न जाने कितनी बार राज्य सभा का चुनाव सम्पन्न हुआ होगा पर इस बार दिल्ली के राज्य सभा के चुनाव को बहुत वर्षो तक देश की जनता उसे याद रखेगी, इस राज्य सभा के चुनाव को यादगार बनाने के लिये श्री केजरिवाल का राजनीतिक रणनीति ने भाजपा, काग्रेस और गोदी मीडिया को काफी दिनो तक भरमाये रक्खा और अन्त मे आम आदमी पार्टी ने जब खुल जा सिम-सिम कहा तो भाजपा और काग्रेस को ‘आप’ के प्रत्याशियो के नाम सुनकर पेट मे तगडा ऐंठन और मरोड चालु हो गया I
समझने की बात यह है कि कोई भी पार्टी किसी चुनाव मे किसे प्रत्याशी बनाती है यह सम्पूर्णता उस पार्टी का अन्दुरनी मामाला और अधिकार का विषय है, इसमे दुसरी पार्टी का टांग अडाना या टिप्पणी करना घोर अनैतिक विषय है और भाजपा और कांग्रेस ‘आप’ के उम्मिदवारों पर बोलना एक रास्ते के कुत्ते के भौंकने के समान देखा जाना चाहिये I
केजरीवाल के निर्णय से जब बीजेपी, कांग्रेस और मीडिया मे शोक की लहर हो तो यह साबित बात होगी कि निर्णय बिल्कुल सही हुआ है I राज्यसभा का चुनाव और भाजपा अपना प्रत्याशी देने से भागते रहे, फिर चुनाव किस बात की हो रही है, जब कोई बिपक्ष ही नही I
दिल्ली में राज्यसभा सीटों के लिए इस बार भी नही होगी वोटिंग। आम आदमी पार्टी के तीनों उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय नामांकन के आखिरी दिन किसी चौथे उम्मीदवार ने नही दाखिल किया नामांकन 16 जनवरी चुनाव के दिन नही होगी वोटिंग संजय सिंह, एनडी और सुशील गुप्ता बनेंगे सांसद I
https://www.youtube.com/watch?v=DGgdxdyi8rk&feature=share
भाजपा और कांग्रेस ने कभी नही सोचा था जिस खेल को दोनो पार्टीयां अब तक खेलते आ रहे थे उसे श्री अरविन्द केजरिवाल ने इस बार उनके साथ खेल गये, यह जो दोनो पार्टीयों के नेताओं का पाला बदलने वाला खेल बादस्तुर चुनाव के दौरान देखने को मिलता था वही खेल श्री केजरिवाल कर गये, इसी क्रम मे राहुल गान्धी ने गुजरात के चुनाव मे मन्दिरों मे माथा टेकने और घंटा बजाने का खेल और सुश्री ममता बनर्जी के द्वारा बंगाल मे ब्राहमणो के सम्मेलन के आयोजन का खेल केवल भाजपा के खेल को बिगाडने की राजनीतिक रणनीती ही है I
जब से आम आदमी पार्टी ने राज्य सभा चुनाव के लिये अपने प्रत्यशीयों की घोषणा किया है तभी से कुछ मोदी भक्त कुकुरमुत्ते की तरह ‘आप’ के मुखोटे पहनकर श्री कुमार विश्वा के समर्थन मे कुद पडे है, जब कि कुमार विश्वास दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ रोजाना एलजी द्वरा हर विषय पर अडंगे पर कभी मूंह नही खोला और न ही विरोध किया, पर दुसरी तरफ कुमार विश्वास ने भाजपा से उधारु फर्जी समर्थको को फेशबुक और ट्वीटर मे दो बाहरी चेहरो को उनके काबलियत को बिना समझे-बुझे उंगली उठाने का काम करवाया I
अगर आप निचे दिये गये श्री मनीश शिसोदिया के प्रेष वार्ता के वीडियो को सुने तो आप को दो नये आगंतुको के प्रतिभा का पता चल जायेगा और कुमार विश्वास उनके प्रतिभा के आगे दूर-दूर तक कहीं खडे नजर नही आते है I
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