Wednesday, 6 September 2017

संघ प्रमुख मोहन भागवत की अपराधी नेता के खिलाफ नैतिकता की बातो से भाजपा का कोई लेना देना नही

राष्ट्रीय संघ के प्रमुख मोहन भागवत जी आजकल बडे मजेदार वाली बाते करने लगे है और वह भी नैतिकता को लेकर, हाल मे सम्पन्न हुये संघ की तीन दिवसीय बैठक मे भागवत जी ने राजनीति मे अपराधियो की बढती संख्या के लिये घोर चिन्ता जताई है, उनका यह भी मानना है कि इससे राजनीति दूषित होती है I

एक बात बिल्कुल समझ मे नही आई कि क्या वे इस प्रकार के नैतिता की बाते मोदी वाले भाजपा को या अमित शाह को सुनाना चाहते है, खैर अपनी बातो को जारि रखते हुए वे नैतिक कथा मे यह भी कह गये कि लोग अब यह समझने लगे है कि राजनीति मे वही आ सकता है, जिसके पास धन और बाहुबल हो I

श्री भागवत जी की ऐसी नैतिकता पूर्ण बातो को सुनकर मै क्या कोई भी कायल हो सकता है, कायल करने की बात तो देश के प्रधान सेवक ने संसद मे घुसते ही कहा था कि जितने अपराधी किस्म के सांसद है उन्हे संसद से फास्ट ट्रैक कोर्ट बनावाकर जल्द से जल्द मुकदमा चलाकर संसद से बाहर करेगे जो आजतक हो न सका I

अपराधिक चरित्र वाले मामले मे भाजपा दो माप दण्ड साथ मे लिये रहते है, निहाल चन्द्र को मन्त्री बनाने पर जब मोदी जी पर थू-थू होने लगी तो भाजपा के शिर्ष नेता यह कहकर बचाव करते रहे कि निहाल चन्द्र का मुकदमा लम्बित है और वे अपराधी साबित नही हुए है I

भाजपा का अपराधीयों को लेकर दुसरा माप दण्ड तब सामने आया जब बाबा राम रहीम को दो बलात्कारो के लिये सजा सुनाई गई और भाजपा के वरिष्ठ नेता नलिन कोहली ने बाबा राम रहीम के बचाव मे यह कहा कि छोटी अदालत का फैसला अंतिम नही है और दुसरी तरफ हरियाणा चुनाव के दौरान बाबा जी के आगे मोदी जी ने एक बलात्कार के ओरोपी के लिये कैमरा के सामने उनके सम्मान मे कसिदे पढते रहे I

श्री मोहन भागवत जी की नैतिकता की बातो को मोदी जी और अमित शा अमल करें तो 2019 के लोक सभा चुनाव के बाद दोनो को सड़क पर मोमफली के खुंचे लगाने पडेगा I

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