चुनावी साल मे चौकीदार ने अपने गिरती हुई छवि को पून: निर्माण के लिये अपने शासन काल के पांचवे वर्ष के अंतिम समय मे जाकर अपने चुनावी लाभ के लिये DRDO को Anti-Satellite Missile के परीक्षण की अनुमति प्रदान की, जब की अनुमति के तारीख के बारे मे देश के लोगो के सामने छुपा के रखा गया कि इस मुद्दों को चुनावी वर्ष मे Encash किया जा सके ।
https://economictimes.indiatimes.com/news/defence/defence-budget-inadequate-allocation-should-go-up-parliamentary-panel/articleshow/57560324.cms?fbclid=IwAR2mpE9YtuTJNG4zm4zj3nI3jfoZzzimtIksxvUUOGTjs-oDXV2Gm4W0qao&from=md
सवाल तो यह भी है कि आखिर क्यॉ कारण रहा कि इतने वर्षों के बीत जाने के बाद प्रधान सेवक ने ऐसी अनुमति प्रदान की, जब कि इस दरमियान पाकिस्तान के आतंकवादीयों द्वरा 18 आतंकी हमला का परीक्षण देश मे भली-भान्ति सम्पन्न कर चुके थे ।
जिस DRDO के वैज्ञानिकों की सफलता को लेकर पीएम मोदी ने Credit लिया है और देश मे घूम-घूम कर नागिन डांस करते दिखे उससे तो लगा कि वो देश के बडे राष्ट्रवादी प्रधान मन्त्री है
अगर Economic Times मे छपे खबरों की माने तो प्रधान मन्त्री ने DRDO के पीठ मे खंजर भोंकने का काम किया है, यह जानकरी parliamentary panel के उस बयान से पता चलता है जिसमे यह कहा गया है कि मोदी सरकार ने DRDO को धन आवंटन मे भारी मात्रा मे कमी की है जिस कारण DRDO के कई अहम और महत्वपूर्ण प्रक्लप रुके पडे हुए है ।
उपरोक्त सच्चाई सामने आने के बाद पीएम मोदी के फर्जी राष्ट्रवाद की कलाई खुल चुकी है, उन्हे बताना पडेगा कि किन कारणों से उन्होने राष्ट्रीय सुरक्षा मामले मे DRDO को धोखा देने का काम क्यों किया । क्या इसी फर्जी राष्ट्रवाद के सहारे मोदी चुनावी समर मे उतरना चाहते है ।
No comments:
Post a Comment