Sunday, 18 February 2018
Political Analysis of India: आर.एस.एस और भाजपा का राम राज्य यात्रा मोदी जी के न...
Political Analysis of India: आर.एस.एस और भाजपा का राम राज्य यात्रा मोदी जी के न...: उच्चतम न्यालय मे राम जन्म भूमी और बाबरी मस्जिद को लेकर आखरी सुनवाई सम्भवत आगामी 14 मार्च को होगी पर भाजपा इस मामले मे उच्चतम न्यालय के ...
आर.एस.एस और भाजपा का राम राज्य यात्रा मोदी जी के नाकामयाबी को छुपाने का एक नया ड्रामा चालु हो चुका है
उच्चतम न्यालय मे राम जन्म भूमी और बाबरी मस्जिद को लेकर आखरी सुनवाई सम्भवत आगामी 14 मार्च को होगी पर भाजपा इस मामले मे उच्चतम न्यालय के फैसला सुनाने या आदेश निकलने के पूर्व ही एक नये नाटक राम मन्दिर को लेकर एक फर्जी “राम राज्य यात्रा” आर.एस.एस और उनके तथाकतिथ संघ परिवार वाली प्रतिष्ठानो को लेकर आयोध्या से प्रारम्भ कर चुके है I
एक बात गौर करने वाली है कि भाजपा का भगवान राम को लेकर राम राज्य यात्रा के नाम की मार्केटींग लोगो के समझ के परे है, उसका कारण यह है कि जब राम जन्म भूमी-बाबरी मस्जिद वाले मामले पर उच्च्तम न्यालय का कोई निर्णय अभी तक आया नही है तो फिर तथाकथित राम राज्य यात्रा को 41 दिनो तक 6 राज्यो मे घुमने का क्या मतलब है, क्या 6 राज्यो मे भाजपा को राम राज्य ही चाहिये और बाकी राज्यो मे क्या रावण राज्य की कामना रखते है I
देश की जनता अच्छी तरह से समझ चुकें है कि आर.एस.एस और भाजपा के लिये राम मन्दिर एक चुनावी मुद्दा तक सिमित है, हाल मे गुजरात के विधानसभा चुनाव और अन्य प्रदेशो उप चुनाव के परिणाम भाजपा के पैरो के निचे की जमीन को जबरद्स्त हिल चुके है I
http://thewirehindi.com/34523/neerav-modi-pnb-fraud-india/
आर.एस.एस इस बात को अच्छी तरह से जान चुके है मोदी जी के विकास वाली बात कोरा बकवास साबित हो चुका है और साथ मे आर.एस.एस यह भी समझ रही है कि मोदी जी के नये- पुराने जुम्लों को देश के लोग गम्भीरता से नही ले रहे है I
राम राज्य यात्रा का उद्देशय मोदी की नाकामयाबी और विकास को पैदा ना करने का मलाल को छुपाने का एक मात्र हतियार रह गया है, 6 राज्यो मे राम राज्य यात्रा को घुमाने का मतलब हिन्दी बोले जाने वाले राज्यों के लोगो को धर्म के नाम बहकाना I
भाजपा को यह समझ लेना चाहिये कि मोदी राज्य मे तमाम घोटाले हो जाने के बाद लोगो के साथ दुबारा धोका और छल कपट करके अब चुनाव नही जीता जा सकता है I इस बात का भी डर है कि मोदी जी द्वरा मुद्दो को भटकाने के लिये यह यात्रा विपक्ष पार्टीयों के विरोध के कारण भाजपा के लिये यह अन्तिम यात्रा न साबित हो जाये I
Sunday, 11 February 2018
Political Analysis of India: लालु यादव के पार्टी आर.जे.डी को बिहार से खत्म करने...
Political Analysis of India: लालु यादव के पार्टी आर.जे.डी को बिहार से खत्म करने...: प्रधान मन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी की 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से ही धडकने तेज हो चुकी है और गुजरात के चुनाव के परिणाम ने उनके मन ...
लालु यादव के पार्टी आर.जे.डी को बिहार से खत्म करने के लिये मोदी जी ने मुख्य चुनाव आयोग से मिलाया हाथ
प्रधान मन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी की 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से ही धडकने तेज हो चुकी है और गुजरात के चुनाव के परिणाम ने उनके मन मे एक भय पैदा कर चुका है और यही कारण है कि आगामी लोक सभा चुनाव को ध्यान मे रख कर मोदी जी ने मुख्य चुनाव आयग याने तोता -2 को काम पर लगया है जिससे वे निकटम विपक्ष पार्टी को लोकसभा चुनाव से पूर्व सफया किया जा सके I
अपने होम वर्क और रणनीति को ध्यान मे रख कर मोदी जी ने अपने गुर्गे के जरिये एक जनहित याचिका देश के उच्चतम न्यालय मे ड़लवाया है जिसके जरिये मुख्य चुनाव आयोग किसी भी राजनीतीक पार्टी के पंजिकरण को रद्द किया जा सके जिसके मुखिया या संस्थापक को न्यालय से अपराधी घोषत किये गये हों I
http://zeenews.india.com/india/give-us-the-right-to-de-register-political-parties-election-commission-asks-supreme-court-2080190.html
मोदी जी के तोता न0 2 (मुख्य चुनाव आयोग) ने भी अपने हलफनामे मे भाजपा द्वरा उठाये गये बातो को दोहराते हुए उच्चतम न्यालय से राजनीतिक पार्टी के पंजिकरण रद्द करने के लिये विशेष अधिकार की मांग कर दी जिसमे पार्टी के संस्थापक को निचली अदालत ने अपराधी घोषित कर चुकें है I अब देखना है कि उच्चतम न्यालय इस मामले मे किस करवट बैठे गी I
भाजपा श्री नीतिस कुमार को डरा धमका कर बिहार मे महागठबन्धन को तोड़ कर खुद सरकार मे शामिल तो हो गये, पर लालु यादव सहित उनके परिवार के सदस्यों को भी अपने तोता नo 1 (सीबीआई) के जरिये सभी को दबाने का प्रयास किया पर कुछ भी फर्क न डाल सके, सिवाये लालु यादव को चारा घोटाले मे कुछ दिनो के लिये जेल मे डालने मे सफल रहे I
भाजपा ने जब देखा कि तमाम कवायद करने के वाजूद भी आरजेडी के सेहत पर कोई विशेष प्रभाव नही पडा और ना ही बिहार की जनता लालु यादव से दूर हटे तो एक नये पैंतरे के साथ मुख्य चुनाव आयोग को सिखण्डी समझ कर दांव मे लगा दिया है, जैसा भाजपा ने आम आदमी पार्टी के 21 सदस्यों की सदस्यता रद्द करने के लिये मुख्य चुनाव आयोग को शिखण्डी के रुप मे प्रयोग किया था I
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