Sunday, 11 February 2018

लालु यादव के पार्टी आर.जे.डी को बिहार से खत्म करने के लिये मोदी जी ने मुख्य चुनाव आयोग से मिलाया हाथ

प्रधान मन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी की 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से ही धडकने तेज हो चुकी है और गुजरात के चुनाव के परिणाम ने उनके मन मे एक भय पैदा कर चुका है और यही कारण है कि आगामी लोक सभा चुनाव को ध्यान मे रख कर मोदी जी ने मुख्य चुनाव आयग याने तोता -2 को काम पर लगया है जिससे वे निकटम विपक्ष पार्टी को लोकसभा चुनाव से पूर्व सफया किया जा सके I

अपने होम वर्क और रणनीति को ध्यान मे रख कर मोदी जी ने अपने गुर्गे के जरिये एक जनहित याचिका देश के उच्चतम न्यालय मे ड़लवाया है जिसके जरिये मुख्य चुनाव आयोग किसी भी राजनीतीक पार्टी के पंजिकरण को रद्द किया जा सके जिसके मुखिया या संस्थापक को न्यालय से अपराधी घोषत किये गये हों I

http://zeenews.india.com/india/give-us-the-right-to-de-register-political-parties-election-commission-asks-supreme-court-2080190.html

मोदी जी के तोता न0 2 (मुख्य चुनाव आयोग) ने भी अपने हलफनामे मे भाजपा द्वरा उठाये गये बातो को दोहराते हुए उच्चतम न्यालय से राजनीतिक पार्टी के पंजिकरण रद्द करने के लिये विशेष अधिकार की मांग कर दी जिसमे पार्टी के संस्थापक को निचली अदालत ने अपराधी घोषित कर चुकें है I अब देखना है कि उच्चतम न्यालय इस मामले मे किस करवट बैठे गी I

भाजपा श्री नीतिस कुमार को डरा धमका कर बिहार मे महागठबन्धन को तोड़ कर खुद सरकार मे शामिल तो हो गये, पर लालु यादव सहित उनके परिवार के सदस्यों को भी अपने तोता नo 1 (सीबीआई) के जरिये सभी को दबाने का प्रयास किया पर कुछ भी फर्क न डाल सके, सिवाये लालु यादव को चारा घोटाले मे कुछ दिनो के लिये जेल मे डालने मे सफल रहे I

भाजपा ने जब देखा कि तमाम कवायद करने के वाजूद भी आरजेडी के सेहत पर कोई विशेष प्रभाव नही पडा और ना ही बिहार की जनता लालु यादव से दूर हटे तो एक नये पैंतरे के साथ मुख्य चुनाव आयोग को सिखण्डी समझ कर दांव मे लगा दिया है, जैसा भाजपा ने आम आदमी पार्टी के 21 सदस्यों की सदस्यता रद्द करने के लिये मुख्य चुनाव आयोग को शिखण्डी के रुप मे प्रयोग किया था I

No comments:

Post a Comment