एक बात ध्यान देने योग्य है कि जब से राहुल गान्धी ने कांग्रेस की बागडोर एक अध्यक्ष रुप से सम्भाला है तब से उनकी राजनितिक सोच मे अमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिला है जिसे गुजरात के चुनाव और बाद मे कर्नाटक के चुनाव के परिणामो से आंका जा सकता है I
मोदी जी को सदन मे प्यार की झप्पी देना तो लग-भग सभी देश वासीयों को अवाक ही कर दिया है, भले ही मोदी जी इस झप्पी की झेंप मिटाते दिखे पर तब तक देश मे राहुल गान्धी के लिये सकारात्मक सिग्नल चला ही गया है I
https://khabar.ndtv.com/news/india/rahul-gandhi-pm-candidate-2019-lok-sabha-election-tmc-congress-lok-sabha-election-2019-pm-modi-bjp-1889569?type=news&id=1889569&category=india
बहुत दिनो से भाजपा और उनकी गोदी मीडिया राहुल गान्धी के उस प्रयास का मजाक उडाते दिखे जिसमे उन्होने सभी विपक्ष दलो को एक साथ लेकर चलने का प्रयास करते पाये गये, जब कि मोदी जी ने विपक्ष दलो के एक सुत्र मे आने को दल-दल की संज्ञा दे डाली, यह उनका फ्रस्ट्रेशन भी कहा जा सकता है जब कि भाजपा और गोदी मिडिया ने एक भ्रामक प्रचार इस बात से शुरु की कि कौन बनेगा प्रधान मंत्री I
भाजपा के इस मिथ्या प्रचार को कांग्रेस के अध्यक्ष ने फ्रंट फुट मे खेलते हुए अपने नाम को प्रधान मन्त्री पद के लिये CWC के बैठक मे घोषित करवा दिया, जैसे ही राहुल का नाम प्रचार मे आया तो भाजपा की पेट की ऐंठन बढ गई, अब भाजपा कांग्रेस के सहयोगी पार्टी को आपस मे लडाने के जैसे ठान ली हो I
इस घटना के बाद राहुल की अगुवाई वाली कांग्रेस ने अपना पैतरा बदले हुए अपनी रणनीति को थर्ड गेयर मे डालते हुए धिरे से राहुल गान्धी का नाम प्रधान मन्त्री पद से हटा लिया और साथ मे सुश्री ममता बनर्जी वो सुश्री मायावाती के नामो को प्रधान मत्री पदों के लिये आगे रख दिया I
इसे कहते है मोदी के नहले पर राहुल का दहला, मोदी जी का राहुल और उनके पूर्व पुरुषों एंव वंशवाद को लेकर आये दिन हंगामा खडे करने वाली बात पर पूर्ण विराम लग गया है और इसके बावजूद भी इस संदर्भ मे मोदी जी कोई बात रखते हों तो लोग कहेंगे कि बुढ्ढा सठिया गया है I
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