Sunday, 30 July 2017

नीतीश कुमार की उपस्थिति मे लगे जय श्रीराम के नारे और संविधान और धर्मनिरपेक्षता गई तेल लेने

अगर किसी को भगवान के नाम का राजनीतिकरण करना सिखना है तो उसे फौरन ही भाजपा का सदस्य बन जाना चाहिये, देश के लोगो ने देखा कि कैसे भगवान श्रीराम को भाजपा ने नारा मे तबदिल कर दिया, पहले जब पुरनिया एक दुसरे से मिलते थे राम-राम भईया कहा करते थे लेकिन अब भाजपा ने भगवान राम की भी ब्रैन्डींग “जय श्रीराम” से कर दी है I

केन्द्र मे मोदी जी के अगमन के बाद भाजपा ने जय श्रीराम का जबरदस्त मार्केटींग शुरु कर दी है और अब वही मार्केटींग सडक से होते हुए भाजपा शासित राज्यों के विधान सभा के सदन मे गुंजने लगी है I

दो दिन पुर्व बिहार के विधान सभा के सदन मे नये गठबंधन के फ्लोर परिक्षण नये मुख्य मन्त्री श्री नीतिश कुमार की उपस्थिति मे हुई थी और ऐसा परिक्षण देश के तमाम विधान सभाओ मे देखने को मिलते है पर बिहार के विधान सभा के सदन मे कुछ नया देखने को मिला वह था भाजपा का ब्रैन्डींग “जय श्रीराम की मार्केटींग I

भाजापा ने देश के संविधान को ठेंगा दिखाते हुए खुब उछल-उछल कर जय श्री राम के नारे लगाते रहे मानो कि प्रधान सेवक का मानस पुत्र- विकास का जन्म हुआ हो I

मजे की बात यह रही कि नीतीश कुमार ने चौबीस घंटे पुर्व भरे सदन मे संविधान के रक्षा के लिये शपथ लिया था वही व्यक्ती चौबीस घंटे बाद संविधान की मर्यादा को सम्भालने मे असफल रहे और अपने उपस्थिती मे जय श्रीराम के नारो को लगा कर संविधांन की खुब धज्जीयां उडाइ I

सनद रहे कि देश का संविधान पुरे दम से धर्मनिरपेक्षता पर आधारित है जिसका अर्थ हुआ संविधान देश मे सभी धर्मो को समान नजर से देखती है और कोई भी विधान सभा सदन देश के संविधान से उपर नही है I

अगर भाजपा जय श्रीराम की मार्केटींग विधान सभा के पटल मे करतें रहे तो वो दिन दूर नही जब सदन मे जय श्रीराम के नारे के साथ “अल्लाह हो अकबर” की गुंज सुनने को मिलेगी और मोदी जी को इस मामले मे चुप्पी साधना पडेगा I

https://www.facebook.com/Baavree/videos/vb.100004335828631/844319132389273/?type=2&theater

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