Friday 29 March 2024

[ बीजेपी कब तक सवर्णों को सर पर बैठा कर रखेगी, जब की सत्ता में लाने में गैर सवर्णों की भूमिका होती है ]

अब अगर इस चुनाव में ओबीसी, एससी और एसटी नही जागे तो अगले पांच साल तक इन तीनों वर्गो को भाजपा चक्की पिसिंग करवा देगी।

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नेशनल दस्तक के पत्रकार के वीडियो को ओबीसी, एससी और एसटी के युवा पीढ़ी को इस वीडियो को जरूर सुनना चाहिए।

इसमें कोई शक नही है बीजेपी ने हमेशा शिक्षा के मामले में हो या उच्च पदस्थ प्रशासनिक कार्यों में ओबीसी,एससी और एसटी की जगह सवर्णों को ज्यादा वरीयता दिया है।

Saturday 2 March 2024

क्यों भाजपा सरकार विरोध को कुचलना चाहते है ?

मोदी सरकार और बीजेपी हमेशा विरोध से डरती है और यही हाल ब्रिटिश शासन में भी देखने को मिलता था।

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तभी मोदी सरकार और ब्रिटिश शासन विरोध को कुचलने का काम करते है, दोनो की दमन नीति एक जैसी है।

बीजेपी को पता है कि इस प्रकार के विरोध से उनका कुछ उखाड़ना नही है क्यों की बीजेपी के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त और ईवीएम गुलाम बने हुए है।

बीजेपी के पास तीन फाइटर जेट जैसे Ed, CBI और IT  है जो अक्सर विपक्ष पार्टी के नेताओं पर हमला चलाते रहते है।

Friday 28 April 2023

पीएम मोदी के बेटी बचाओ का भी हुआ चीर हरण, दिल्ली पुलिस यौन उत्पीडन के आरोपी का कर रहे बचाव

एक तरफ पीएम मोदी यह कहते है बेटी पढ़ाव और बेटी बचाव और दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यह कह रहे है भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीडन के आरोपों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से पहले शुरवती जांच आवश्यक है।

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आज तक जितने भी FIR दिल्ली पुलिस ने अन्य आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया था क्या उनके प्रारंभिक जांच के बाद FIR दर्ज किया था ? तब क्यों बीजेपी के एमपी बृजभूषण शरण सिंह के लिए दिल्ली पुलिस इस प्रकार की दलील सुप्रीम कोर्ट के समक्ष क्यों रखा।

गृह मंत्रालय के अधीन आने वाले दिल्ली पुलिस क्यों यौन उत्पीडन के आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से पूर्व जांच की आड़ में बचाना चाहते है।

Saturday 21 January 2023

सोशल मीडिया और यू ट्यूब चैनल्स से घबराई मोदी सरकार तभी उन पर नकेल डालने की कोशिश शुरू हो रही है

पिछले आठ वर्षों से मोदी सरकार की भरपूर कोशिश रही के किसी भी तरह से प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया को सरकार के कब्जे में लाया जाए और पीएम मोदी के कुछ पूंजीपति मित्रों की मदद से सफल भी हुए है और कुछ मीडिया हाउस को डर दिखाकर अपने पाले में कर चुके है।

https://fb.watch/ibsHwFcmGQ/

गोदी मीडिया कभी भी बीजेपी शासित राज्यों के खबरों को नही चलाते है क्यों की अगर बीजेपी के राज्यो की खबर चला दे तो कल मीडिया हाउस पर ईडी का छापा पड़ जायेगा।

मोदी सरकार की नजर अब सोशल मीडिया और यू ट्यूब चैनल्स पर आ चुका है क्यों कि इन्ही यू ट्यूब चैनल्स में मोदी सरकार के गलत नीतियों और गंदी राजनीति पर चर्चा शुरू हो चुका है जिस कारण लोगों का रुझान सोशल मीडिया और यू ट्यूब चैनल्स में देखने को मिल रहा है।

Saturday 7 January 2023

भाजपा द्वारा पठान फिल्म के बॉयकॉट से नुकसान केवल हिंदुओ का होना तय है

पठान फिल्म के बॉयकॉट से नुकसान हिंदू निर्माता और निर्देशक का होना तय है फिर भी बीजेपी राजनीति करने में लगे है।

पठान फिल्म में भगवा रंग को लेकर जिस प्रकार के विवाद बीजेपी और उनके समर्थक ने शुरू किया है उसका मूल उद्देश्य यह था किसी भी तरह से भारत जोड़ो यात्रा से लोगों के ध्यान बांटने का था पर आरएसएस और बीजेपी को इस उद्देश्य में कोई कामयाबी नहीं मिल पाई है बल्कि भारत जोड़ो यात्रा में लोगों का भीड़ बढ़ती ही जा रही है।

यूपी की यात्रा में अभूतपूर्व भीड़ ने आरएसएस के चंपत राय जिनकी देख रेख राम मंदिर का निर्माण चल रहा है उन्होंने ने भी भारत जोड़ो यात्रा की भूरी भूरी प्रशंसा किया है, उनकी बातों का खण्डन करने की साहस ना तो पीएम मोदी और ना ही गृह मंत्री अमित शाह ने दिखाया है।

दुसरी तरफ बीजेपी आईटी सेल ने पठान फिल्म को लेकर भगवा रंग पर जो विवाद खड़ा किया है वो आधारहीन है, ध्यान देने वाली बात यह है फिल्म के निर्माता, निर्देशक, संगीतकार, गीतकार और छायाकार सभी हिंदू समाज के लोग है और यंहा तक देश के सेन्सर बोर्ड के अधिकारी से लेकर सभी सदस्य हिन्दू समाज के साथ जुड़े हुए है तो फिर विरोध शारूख खान को लेकर किया जा रहा है।

बीजेपी और भक्तों के द्वारा पठान फिल्म के बॉयकॉट करने से नुकसान हिंदुओं का होना तय है ना कि दीपिका पादुकोण या शारूख खान को, उन्हे जो भुगतान मिलना था वो उन्हे मिल चुका है।

Friday 6 January 2023

राम मंदिर के निर्माण कोर्ट का फैसला - अमित शाह क्यों ले रहे क्रेडिट

अयोध्या राम मंदिर के निर्माण मोदी सरकार के किसी कानून या अध्यादेश के जरिए नही हुआ है बल्कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार हो रहा है, बल्कि माननीय कोर्ट ने जिस याचिका पर अपनी राय रखे है उस याचिका में ना तो मोदी सरकार और ना ही बीजेपी के किसी मंत्री ने इस मुकदमे को शुरू से लड़ने का काम किया था।

2024 के लोकसभा के चुनाव को ध्यान में रखकर देश के गृह मंत्री अमित शाह ने मंदिर निर्माण को लेकर बयान बाजी शुरू कर चुके है जब की इस मंदिर निर्माण में मोदी सरकार की उतनी ही भूमिका है जो उच्चतम न्यायालय ने तय किया हुआ है।

अमित शाह का मंदिर निर्माण को लेकर इस प्रकार की बयानबाजी करना अनुचित है उसकी वजह यह है मंदिर निर्माण को लेकर माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार एक बोर्ड का गठन किया गया है जिसकी निगरानी में मंदिर निर्माण का काम शुरुवात किया गया है, पीएम मोदी के द्वारा शिलान्यास किए जाने पर यह साबित नही होता राम मंदिर मोदी सरकार या भाजपा की कोई निजी सपत्ति है। 

मंदिर निर्माण कब तक पूरी होगी और कब मंदिर का उद्घाटन होना है उसे मोदी सरकार तय नहीं कर सकते है बल्कि न्यास के महंत और बोर्ड के सदस्यों द्वारा बैठक करके शुभ काल को ध्यान में रखकर किया जाना है

जिस प्रकार से मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा मंदिर निर्माण को लेकर माहौल बनाना चाहते है उससे देश के लोगो के सामने यह जताना चाहते मंदिर निर्माण में मोदी सरकार की मुख्य भूमिका जब कि मंदिर निर्माण में अहम भूमिका माननीय उच्चतम न्यायालय की रही, भाजपा अपने राजनीतिक उद्देश्य के लिए राम मंदिर निर्माण की कुल क्रेडिट खुद लेने पर उतारू है।

यह जानना जरूरी है क्या राम मंदिर के निर्माण के कारण देश की अहम मुद्दे जैसे महंगाई, बेरोजगारी, महिलाओं पर बलात्कार की घटना, हिंदू मुस्लिम एजेंडा और भगवा रंग पर राजनीति खत्म हो जाएगी अगर ऐसा होता है तो बीजेपी को साधुवाद देना जरूरी हो जाता है।

Tuesday 27 December 2022

योगी सरकार ओबीसी के आरक्षण को लेकर घड़ियाली आंसू बहाने पर उतरी, सुप्रीम कोर्ट मे चुनौती देकर ओबीसी को ठंडे वस्ते डालेगी

इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश ने ओबीसी के पर को बुरी तरह से कतर कर रख दिया है जिस कारण यूपी के योगी सरकार को फजीहत का सामना करना पढ़ रहा है।

बीजेपी अब ओबीसी के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने का काम करेगी, इस चुनौती से ओबीसी को क्या लाभ मिलने वाला है क्यों कि सुप्रीम कोर्ट में इस चुनौती का समाधान अल्प समय में होने से रहा। जिस मुस्तैदी के साथ हाई कोर्ट में ओबीसी के पक्ष में योगी सरकार को लड़ना चाहिए था वंहा योगी सरकार उदासीन दिखे।

अगर ओबीसी के लोग निकाय चुनाव मे बीजेपी के खिलाफ लामबंद नहीं हुए तो आने वाले समय पर शिक्षा और नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।